पवार का भी श्रीनिवासन पर हमला, कहा- आईपीएल की सभी मैचों की जांच कराए सरकार

पवार का भी श्रीनिवासन पर हमला, कहा- आईपीएल की सभी मैचों की जांच कराए सरकार

पवार का भी श्रीनिवासन पर हमला, कहा- आईपीएल की सभी मैचों की जांच कराए सरकारज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली: आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला और खेल मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह के बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने श्रीनिवासन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस मामले से बीसीसीआई की साख दांव पर लगी है। उन्होंने कहा कि अगर मैं अध्यक्ष होता तो यह सब नहीं होता। पवार ने कहा, मैंने बीसीसीआई में एकता लाई थी जो पहले नहीं थी। पवार ने सभी आईपीएल मैचों की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय से जांच कराई जानी चाहिए।

इससे पहले आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला और खेल मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह ने श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग की है। उधर श्रीनिवासन इस्तीफा देने को तैयार नहीं है। इस बीच मुंबई की किला कोर्ट में श्रीनिवासन के खिलाफ एक याचिका दाखिल की गई है। इसमें श्रीनिवासन के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दिए जाने की मांग की गई है। कोर्ट ने याचिका सुनवाई कर ली है। याचिका पर सुनवाई 31 मई को होगी।

आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष को स्पॉट फिक्सिंग मामले में जांच पूरी होने तक बोर्ड की गतिविधियों से दूर हो जाना चाहिए। शुक्ला ने अरूण जेटली के साथ हुई बैठक के बाद कहा कि इस मामले में तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट आने तक श्रीनिवासन से इस मामले में दूरी बनाकर रखने की अपील की गई है।

शुक्ला ने श्रीनिवासन से स्पष्ट तौर पर इस्तीफे के लिए तो नहीं कहा लेकिन जिस तरह अपील की गई है उससे यह जाहिर होता है कि बोर्ड प्रमुख से बाकायदा इस्तीफा मांगा जा रहा है। शुक्ला ने स्पॉट फिक्सिंग के विवादों में फंसी आईपीएल के अध्यक्ष के तौर पर अपनी भूमिका को लेकर कुछ नहीं कहा।

उधर श्रीनिवासन ने फिर दोहराया कि वह अपना पद नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राजीव शुक्ला ने मुझसे बात की थी कि मुझे इस जांच से खुद को दूर रखना चाहिए लेकिन मैं कोलकाता की प्रेस कांफ्रेंस की अपनी बात दोहराना चाहता हूं कि जब मैंने कहा था कि मेरा इस जांच से किसी तरह का कोई लेना देना नहीं होगा। शुक्ला भी वही कह रहे हैं जो मैंने उस समय कहा था। जांच आयोग एक स्वतंत्र पैनल होगा जिसमें दो जज और बीसीसीआई का एक सदस्य शामिल होगा।

शुक्ला ने कहा कि श्रीनिवासन से अपील की गई है स्पाट फिक्सिंग मामले की जांच पूरी होने तक वह इससे दूरी बनाकर रखें। वह बोर्ड के निर्वाचित सदस्य हैं और हमने उनसे पारदर्शी जांच के लिए मामले से दूरी बनाकर रखने की अपील की है। अब यह उनपर निर्भर करता है कि उनका निर्णय क्या होगा लेकिन बोर्ड की छवि को ध्यान में रखते हुए श्रीनिवासन बोर्ड की गतिविधियों से फिलहाल दूरी बनाकर रख सकते हैं।

दरअसल श्रीनिवासन के दामाद और उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के शीर्ष अधिकारी गुरूनाथ मयप्पन के सट्टेबाजी मामले में गिरफ्तारी के बाद से उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है ताकि बीसीसीआई की जांच में पारदर्शिता बरती जा सके।

गौरतलब है कि बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और पंजाब क्रिकेट संघ के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा ने भी श्रीनिवासन से इस्तीफे की मांग की थी। सिंधिया ने कहा था कि हालांकि दोष साबित होने तक किसी को दोषी करार नहीं दिया जा सकता है लेकिन यह खुद श्रीनिवासन, उनकी टीम और भारतीय क्रिकेट के हित में होगा कि वह बोर्ड की गतिविधियों से अस्थायी तौर से दूर हो जाएं।

First Published: Wednesday, May 29, 2013, 20:52

comments powered by Disqus