Last Updated: Sunday, June 2, 2013, 22:30
चेन्नई : क्रिकेट बोर्ड के अंतरिम ढांचे का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने आज एन. श्रीनिवासन का समर्थन करते हुए कहा कि इस व्यवस्था को दिखावा कहना ‘कठोर और अनुचित’ है।
डालमिया ने कार्यसमिति की आपात बैठक के बाद कहा, ‘मुझे लगता है कि सदस्यों का मानना था कि उनके इस्तीफे की मांग करना जल्दबाजी होगी।’ जब एक पत्रकार ने कहा कि क्या यह बैठक दिखावा मात्र थी तो उन्होंने कहा, ‘यह बहुत ही कठोर और अनुचित टिप्पणी है।’ डालमिया ने कहा कि समिति में से किसी ने भी श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग नहीं की।
कैब अध्यक्ष ने कहा, ‘किसी ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा। मैं कह सकता हूं कि किसी ने भी नहीं। यह गैर जरूरी था।’ उन्होंने पूरे बंदोबस्त को समझौता मानने से भी इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘कार्यसमिति ने यह फैसला किया। यह कोई समझौता नहीं है।’ डालमिया ने स्वीकार किया कि भारतीय क्रिकेट की साख को ठेस पहुंची है।
उन्होंने कहा, ‘जहां तक क्रिकेट का सवाल है तो कई समस्याएं हैं जिन्हें दूर किया जाना जरूरी है।’ डालमिया ने कहा, ‘अगर जगदाले और शिर्के वापसी करते हैं तो वे बतौर सचिव और कोषाध्यक्ष अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते तो उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने की जिम्मेदारी मेरी होगी।’ भारतीय क्रिकेट के चारों ओर चल रहे विवादों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि कौन सही है और कौन गलत। यह मेरा काम नहीं है। मैं सीमा नहीं लाघूंगा।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 2, 2013, 22:30