स्पॉट फिक्सिंग : दिल्ली पुलिस को चाहिए दाउद और छोटा शकील

स्पॉट फिक्सिंग : दिल्ली पुलिस को चाहिए दाउद और छोटा शकील

स्पॉट फिक्सिंग : दिल्ली पुलिस को चाहिए दाउद और छोटा शकीलनई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहीम और छोटा शकील के लिए बेमियादी गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए कहा। माना जा रहा है कि स्पॉट फिक्सिंग इनके संरक्षण में चल रही थी।

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनय कुमार खन्ना के समक्ष पेश की गई याचिका में कहा है, ‘हमारे नोटिस में आया है कि मुख्य सट्टेबाज और फिक्सर दाउद इब्राहीम और छोटा शकील के संपर्क में थे। यह भी पता चला है कि दाउद और छोटा शकील क्रिकेट खिलाड़ियों को फिक्स करने और क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाने के लिए सटोरियों और फिक्सरों को निर्देश देते थे।’

पुलिस ने इसके साथ ही कहा कि इन दोनों का उनके मुंबई के पते पर पता नहीं लगाया जा सकता है। अदालत ने याचिका पर सुनवाई के लिए 10 जून की तिथि नियत की है। इस बीच अदालत ने आज तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके साथी अंकित चव्हाण सहित आठ आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर जिरह सुनी। श्रीसंत को वकील सीनियर एडवोकेट पिनाकी मिश्रा ने कहा, ‘मकोका लगाकर भारी अन्याय किया गया है। दिल्ली पुलिस ने मामले को अधिक ग्लैमरपूर्ण बनाने के लिए ऐसा किया है।’

मिश्रा जो कि लोकसभा के भी सदस्य हैं, ने कहा, ‘क्या मकोका लगाने के लिए एक भी सबूत मौजूद है। संसद भी यह जानकर सकते में आ जाएगी कि मकोका का क्या उपयोग किया जा रहा है। मैं स्वयं सांसद हूं और हमें इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि श्रीसंत के खिलाफ एकमात्र बात यही जाती है कि कहा जा रहा है कि उन्होंने तौलिया लगाकर खास संकेत दिये थे। यहां तक कि द्रविड़ जैसा क्रिकेटर भी खेलते समय तौलिया लटकाता है।’

श्रीसंत ने ओवर के शुरू में जो कसरत और अभ्यास किया उसे पुलिस ने सटोरियों के लिए संकेत माना। इस पर मिश्रा ने कहा, ‘कोई भी तेज गेंदबाज ओवर शुरू करने से पहले ऐसा करता है। जिस कथित फिक्स ओवर की बात की जा रही है उसके पहली चार गेंदों पर केवल चार रन बने थे। यदि वह ओवर फिक्स था तो श्रीसंत 14 रन देने के लिये आखिरी दो गेंद का इंतजार क्यों करेगा। वह ऐसा गेंदबाज है जिसे रन देने और विकेट लेने के लिए जाना जाता है।’

इन आरोपों का खंडन करते हुए कि श्रीसंत के बिलों का भुगतान सटोरियों ने किया था, मिश्रा ने इस क्रिकेटर के पिछले दो महीने के बैंक स्टेटमेंट को दिखाया। उन्होंने कहा, ‘इनसे पता चलता है कि उसने पार्टियों की मेजबानी का भुगतान करने के लिए एटीएम से लगातार पैसा निकाला। यह उसका पैसा था। उसके पास पर्याप्त पैसा है और उसे जरूरत नहीं है कि कोई फिक्सर या सटोरिया उसके मनोरंजन के बिलों का भुगतान करे।’ इस बीच अंकित चव्हाण के वकील किशोर गायकवाड़ ने कहा, ‘पुलिस किस सिंडिकेट की बात कर रही है। चव्हाण और अंडरवर्ल्ड के किसी व्यक्ति के बीच किसी तरह का संबंध नहीं है। यही सच है।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, June 7, 2013, 21:25

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