Last Updated: Wednesday, June 5, 2013, 22:41

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा और उनके व्यापारिक भागीदार मित्र उमेश गोयनका से आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और कुंद्रा के कथित तौर पर सट्टेबाजी में शामिल होने के सिलसिले में बुधवार को कई घंटे तक पूछताछ की। उनसे लगभग 12 घंटे तक पूछताछ की गई। यह पूछताछ क्रिकेटर सिद्धार्थ त्रिवेदी द्वारा किए गए दावों और टीम के स्वामित्व पैटर्न को जानने के लिए की गई।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कुंद्रा के बारे में स्थिति स्पष्ट करने से इंकार कर दिया कि वह ‘संदिग्ध हैं या शिकायतकर्ता’ हैं। उन्होंने कहा कि कुंद्रा ‘महत्वपूर्ण व्यक्ति’ हैं इसलिए उनसे पूछताछ की आवश्यकता है। कुंद्रा की राजस्थान रॉयल्स में 11.7 फीसदी हिस्सेदारी है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि कुंद्रा सट्टेबाजी में थे लेकिन फिक्सिंग में नहीं। उनकी पूछताछ मूलत: सट्टेबाजी के सिलसिले में थी। कुंद्रा और गोयनका से पूछताछ सुबह तकरीबन 10 बजे शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही।
सूत्रों ने बताया कि गोयनका का नाम मामले में अभियोजन पक्ष के गवाह और राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी सिद्धार्थ त्रिवेदी का बयान दर्ज करने के दौरान आया। गोयनका के साथ कुंद्रा इस्पात कारोबार से जुड़ी कंपनी के मालिक हैं।
मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराए गए बयान में सूत्रों ने बताया कि त्रिवेदी ने दावा किया कि गोयनका ने उनसे संपर्क किया था और अहमदाबाद में क्रिकेट पिच और टीम की संरचना के बारे में विवरण मांगा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार कुंद्रा को फोन करके जांच अधिकारियों के समक्ष उपस्थित होने के लिए बुलाया गया। जांच अधिकारी राजस्थान रॉयल्स के स्वामित्व के विवरण के बारे में जानना चाहते थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुंद्रा ने पुलिस से कहा कि उनकी 11.7 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि ललित मोदी के रिश्तेदार सुरेश चेलाराम की 43 फीसदी और मनोज बादले की 34 फीसदी हिस्सेदारी है। रूपर्ट मडरेक के बेटे लालचन मडरेक की भी टीम में हिस्सेदारी है। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश नागरिक कुंद्रा की इस्पात कंपनी में 42 फीसदी हिस्सेदारी है। उस कंपनी में गोयनका की 16 फीसदी हिस्सेदारी है।
अधिकारी ने कहा कि कुंद्रा को खिलाड़ियों के बारे में बहुत कुछ नहीं कहना था। जब उनसे कहा गया कि मालिक होने के नाते उन्हें बीसीसीआई के निर्देश के अनुसार सुनिश्चित करना था कि खिलाड़ी बेईमान तत्वों के संपर्क में नहीं आएं तो उन्होंने कहा कि क्रिकेटर वयस्क थे और कई बार वे होटल के भीतर यह कहते हुए मेहमानों को ले आए कि वे निजी मित्र हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वे कुंद्रा को संदिग्ध मान रहे हैं तो अधिकारी ने कहा कि फिलहाल हम उनके प्रति तटस्थ हैं। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘गोयनका कुंद्रा के करीब हैं। कुंद्रा ने मैच के बाद पार्टियों के लिए गोयनका को आमंत्रित किया। गोयनका खिलाड़ियों से मिला करते थे।’ इस सप्ताह की शुरूआत में पुलिस ने बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले और आईपीएल के सीईओ सुंदर रमन से बीसीसीआई, आईपीएल टीमों और खिलाड़ियों के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते पर जानकारी मांगी थी।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में क्रिकेटर एस श्रीसंत और 22 अन्य के खिलाफ मकोका के कठोर प्रावधान लगाए थे। स्पॉट फिक्सिंग के लिए आदेश माफिया सरगना दाउद इब्राहिम के संगठन से आया था। इसके बाद दिल्ली की अदालत ने श्रीसंत, अजीत चंदीला और अन्य को 18 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उसमें से राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेल चुका अंकित चव्हाण छह जून तक अंतरिम जमानत पर है जबकि श्रीसंत के मित्र अभिषेक शुक्ला को नियमित जमानत मिल गई है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 5, 2013, 22:41