Last Updated: Sunday, June 2, 2013, 21:44
चेन्नई : बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष आई.एस. बिंद्रा ने आज एन. श्रीनिवासन को बोर्ड अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बजाय महज ‘किनारा करने’ की अनुमति देने के लिए बोर्ड की कार्यकारी समिति की आलोचना की और इसे ‘दिखावा’ करार किया।
पंजाब क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने यहां बैठक के बाद कहा, ‘मेरे पास बैठक का ब्यौरा है। मैंने स्पष्ट रूप से श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग की। मैंने कहा कि इस दिखावे से लोग संतुष्ट नहीं होंगे। मैंने कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और अगर वह दोषी नहीं पाए जाते हैं तो वापसी कर सकते हैं। उन्होंने (श्रीनिवासन) कहा कि वह किसी भी हालत में अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन वह इससे किनारा कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘वह (श्रीनिवासन) इस्तीफा नहीं दे रहे। वह महज एक महीने के लिए अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर रहे हैं। यह जनता के साथ धोखा हो रहा है। हमें इससे कहीं ज्यादा की जरूरत थी। मैंने सुझाव दिया कि उन्हें सितंबर तक पद से किनारा करने दीजिए लेकिन उन्होंने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे।’ बिंद्रा ने दावा किया कि वह बैठक में श्रीनिवासन से इस्तीफा मांगने वाले एकमात्र व्यक्ति थे।
बिंद्रा ने कहा कि उन्हें जगमोहन डालमिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने से कोई समस्या नहीं है लेकिन उन्हें जिस तरह से लाया गया है, उससे परेशानी है। पूर्व आईसीसी सलाहकार बिंद्रा ने कहा कि बीसीसीआई के उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने बैठक में इस फैसले पर पहुंचने में बड़ी भूमिका निभाई। ज्यादातर सुझाव जेटली की ओर से ही आए जिसमें डालमिया की नियुक्ति का सुझाव भी शामिल था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 2, 2013, 21:44