अनिल चौधरी को कड़ी मेहनत करने की सलाह

अनिल चौधरी को कड़ी मेहनत करने की सलाह

अनिल चौधरी को कड़ी मेहनत करने की सलाहनई दिल्ली : आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के लिये नामित अनिल चौधरी को ‘कड़ी मेहनत’ करने और दबाव में नहीं आने की सलाह देते हुए पूर्व अंपायरों और क्रिकेटरों ने उम्मीद जतायी कि वह इस ‘स्वर्णिम अवसर’ का फायदा उठाकर इस क्षेत्र में काफी लंबा रास्ता तय करेंगे।

चौधरी को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अंपायरों के आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के लिये नामित किया है। चौधरी 1998 से रणजी पैनल और 2006 से अखिल भारतीय पैनल में शामिल हैं। वह आईपीएल के पिछले दोनों टूर्नामेंट के अलावा दक्षिण अफ्रीका के घरेलू टूर्नामेंट और मलेशिया में 2008 के अंडर-19 विश्व कप क्वालीफायर में भी अंपायरिंग कर चुके हैं। पूर्व अंपायरों और चौधरी को करीब से जानने वाले पूर्व किकेटरों को इस 48 वर्षीय अंपायर से काफी उम्मीद है।

पूर्व अंपायर के हरिहरन और एस के बंसल ने इसे चौधरी के लिये इसे बेहतरीन मौका बताया जबकि पूर्व रणजी क्रिकेटर और अब कोच राजकुमार शर्मा को उम्मीद है कि वह एलीट पैनल में जगह बनाने में सफल रहेंगे। हरिहरन ने कहा, मुझे वास्तव में बड़ी खुशी हुई। वह काफी मेहनती है और उसे आगे इससे भी अधिक कड़ी मेहनत करनी होगी। आगे उस पर दबाव बढ़ेगा और उसकी सफलता काफी हद तक इस पर निर्भर करती है कि वह इससे किस तरह से निबटता है।

शर्मा ने कहा, वह बहुत अच्छा अंपायर है। वह आत्मविश्वास से भरा अंपायर है। कितना भी बड़ा खिलाड़ी हो। चाहे सचिन तेंदुलकर हो या महेंद्र सिंह धोनी, वह कभी दबाव में नहीं आता है। मुझे पूरा विश्वास है कि उन्हें जितने भी मैच मिलेंगे उनमें वह अपनी अंपायरिंग से प्रभावित करके एलीट पैनल में जगह बनाने में सफल रहेंगे।

पूर्व अंपायर एस के बंसल हालांकि नहीं चाहते कि चौधरी अभी से एलीट पैनल के बारे में सोचें। उन्होंने कहा, अभी तो उन्होंने किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग नहीं की है। एलीट पैनल की बात अभी कैसे की जा सकती है। बंसल ने कहा, मेरा उन्हें यही संदेश है कि यह उसके लिये ‘स्वर्णिम अवसर’ है और वह उसी तरह की अंपायरिंग करे जैसे कि वह प्रथम श्रेणी मैचों में करता रहा है। चौधरी ने अन्य अंपायरों की तरह क्रिकेटर के रूप में शुरूआत की थी। उन्होंने लीग स्तर की क्रिकेटर खेली लेकिन उनके दोस्त प्रदीप गुप्ता ने उन्हें अंपायरिंग से जोड़ा और फिर अपने जमाने के चोटी के अंपायर रामबाबू गुप्ता के संरक्षण में वह इस विधा में पारंगत हुए। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 11, 2013, 19:16

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