अब निराश होने की सीमा को पार कर चुकी हूं: साइना

अब निराश होने की सीमा को पार कर चुकी हूं: साइना

अब निराश होने की सीमा को पार कर चुकी हूं: साइना नई दिल्ली: भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का अभियान पिछले हफ्ते विश्व चैम्पियनशिप में पेट की समस्या के कारण क्वार्टर फाइनल में ही थम गया था, लेकिन वह इससे ज्यादा निराश नहीं हैं और उन्होंने कहा कि वह अब हार पर दुखी नहीं होती है। हैदराबाद की 23 वर्षीय खिलाड़ी चीन में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक से चूक गयी थी। जब उनसे कांस्य पदक चूकने की निराशा के बारे में पूछा गया तो साइना ने कहा, मैं निराश नहीं हूं। मेरी तबियत ठीक नहीं थी इसलिये मैं निराश महसूस नहीं कर सकती। मैं निराश होने की सीमा को पार कर चुकी हूं। उन्होंने कहा, मैं बहुत अच्छा कर रही हूं और जिस तरह से खेल रही हूं, उससे खुश हूं। यह सिर्फ भाग्य की बात है और जब भाग्य आपके साथ हो तो आप ऐसी हालत में भी मैच जीत जाते हो। रतचानोक इंतानोन की लि झुरेई के खिलाफ मैच में जीत को ही देख लीजिये।

पीवी सिंधु अपनी पहली विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने में सफल रही। इस 18 वर्षीय को इस उपलब्धि के लिये आज अर्जुन पुरस्कार के लिये चुना गया। सिंधु को अर्जुन पुरस्कार मिलने के बारे में पूछने पर साइना ने कहा, जब आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ जीतते हो तो आपको पुरस्कार मिलेगा ही। इसलिये यह नया नहीं है। यह अच्छा है कि उसने दो चीनी खिलाड़ियों को हराने के बाद कांस्य पदक जीता। मैं उसे आगे अच्छा करने की शुभकामना देती हूं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 13, 2013, 19:43

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