Last Updated: Thursday, December 6, 2012, 00:37

नई दिल्ली: अभय चौटाला भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष बन गए हैं। रणधीर सिंह के मैदान से हटने के बाद चौटाला निर्विरोध चुन लिए गए। उनके साथ सीनियर वाइस प्रेसीडेंड पद के लिए वीरेंद्र नानावती, महासचिव पद के लिए ललित भनोट, कोषाध्यक्ष के लिए एन रामचंद्रम भी निर्विरोध चुने गए।
अभय सिंह चौटाला सर्वसम्मति से भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) का अध्यक्ष एवं ललित भनोट को महासचिव चुना गया। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद (आईओसी) द्वारा निलम्बित किए जाने की परवाह न करते हुए आईओए बुधवार को वार्षिक आमसभा की बैठक बुलाई और चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न की। आईओए ने दावा किया कि उसने आईओसी के किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।
भनोट कॉमनवेल्थ घोटाले में जेल भी जा चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भारतीय ओलंपिक संघ को बैन करने की धमकी दे रखी है। आईओसी का कहना है कि भारतीय ओलंपिक संघ के चुनाव ओलंपिक चार्टर के नियमों के अनुसार नहीं हुए। अभय चौटला ने यह जानकारी भी दी कि आईओसी को मनाने के लिए दो-सदस्यीय दल को आईओसी मुख्यालय लुसान भेजा जाएगा।
भारतीय ओलंपिक संघ के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद चौटाला ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन बाद में नाम वापस लेने वाले रणधीर सिंह की जमकर खिंचाई की। उन्होंने साफ किया कि अब रणधीर आईओए महासचिव नहीं हैं, इसलिए वह आईओसी में भी भारतीय प्रतिनिधि बने रहने के हकदार नहीं हैं।
चौटाला ने आईओसी के दिशानिर्देश के बावजूद चुनाव कराये जाने के फैसले का बचाव किया और कहा कि आईओए को दिल्ली उच्च न्यायाल के आदेश का पालन करना था। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमने सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के तीन न्यायाधीशों के अंतर्गत साफ सुथरे चुनाव कराये। मैं दोबारा दोहरना चाहता हूं कि हमने चुनाव कराकर कुछ भी गलत नहीं किय। हमें देश के नियम का पालना करना है। उन्होंने कहा कि यह सर्वसम्मित से लिया गया फैसला है, हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 5, 2012, 23:27