Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 21:18

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने समकालीन क्रिकेटर मोहिंदर अमरनाथ के उस खुलासे को साहसिक करार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय चयनकर्ता जब महेंद्र सिंह धौनी को कप्तानी से हटाना चाहते थे तब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के प्रमुख ने उस फैसले को पलट दिया। अमरनाथ के इस रहस्योदघाटन पर प्रतिक्रिया देते हुए गावस्कर ने कहा कि यदि किसी में दंड का सामना करने का साहस है तो उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह परिणाम भुगतने को तैयार हैं। यह उनके आत्मविश्वास की भी गवाही है। इसकी प्रशंसा की जानी चाहिए। जिम्मी ने जो कहा है वह साहस भरा है। उससे सीखने की जरूरत है। गावस्कर ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष से अनुमति लेना एक पुरानी परम्परा है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में यह एक प्रोटोकॉल है। किसी भी टीम का जब चयन होता है तो वह मंजूरी के लिए अध्यक्ष के पास जाता है। हालांकि आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में भी ऐसा ही होता है। इसमें आश्चर्यजनक कुछ भी नहीं है।
उन्होंने हालांकि कहा कि बोर्ड को चयनसमिति के सर्वसम्मत फैसले को स्वीकार करना चाहिए था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 21:18