आगे की राह आसान नहीं होने वाली है : पीवी सिंधु

आगे की राह आसान नहीं होने वाली है : पीवी सिंधु

आगे की राह आसान नहीं होने वाली है : पीवी सिंधुनई दिल्ली : पीवी सिंधु को पता है कि विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के बाद बढ़ती अपेक्षाओं के कारण उनकी आगे की राह आसान नहीं होने वाली है लेकिन इस युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा कि वह एक दिन अपने खेल में शीर्ष पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं।

सिंधु ने कहा, मैं अब चीजों को हल्के में नहीं ले सकती। प्रत्येक दिन सब कुछ कड़ा होता जा रहा है। अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं जैसे साइना नेहवाल, टाइन बाउन और चीनी खिलाड़ी। मैंने इनके खिलाफ एक मैच जीता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मेरा दबदबा है। वे वापसी करेंगी। मेरे लिए प्रत्येक गेम और प्रत्येक मैच काफी अहम है। इस भारतीय खिलाड़ी ने हाल में इंडियन बैडमिंटन लीग के दौरान दुनिया की दूसरे नंबर की जर्मनी की खिलाड़ी जूलियन शेंक और तीन बार की ऑल इंग्लैंड चैम्पियन टाइन बाउन को हराया था।

हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने अगस्त में विश्व रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह बनाई लेकिन पिछले हफ्ते वह 12वें स्थान पर खिसक गई लेकिन सिंधु ने कहा कि वह साल का अंत शीर्ष सात खिलाड़ियों में शामिल होकर करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, इस साल के अंत में मैं निश्चित तौर पर शीर्ष 10 में शामिल रहूंगी और संभवत: शीर्ष सात या शीर्ष आठ में। शीर्ष पांच में जगह बनाना और आगे बढ़ना मुश्किल है लेकिन मैं निश्चित तौर पर इसके लिए कड़ी मेहनत करूंगी।

यह पूछने पर कि क्या वह स्वयं को दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी के रूप में देखती हैं, सिंधु ने कहा, मैं नहीं कह सकती कि अगले दो साल में मैं नंबर एक बनूंगी या नहीं। मैं आपको कोई तय तारीख, समय और साल नहीं बता सकती लेकिन निश्चित तौर पर एक दिन मैं वहां पहुंच जाउंगी। मलेशिया ग्रां प्री की स्वर्ण पदक विजेता सिंधु ने कहा कि वह भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए अपने डिफेंस पर काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा, मैं अपने डिफेंस पर काम कर रही हूं। यह मेरा कमजोर पक्ष नहीं है लेकिन मुझे अपेन डिफेंस में सुधार करने की जरूरत है। विश्व चैम्पियनशिप के बाद जीवन बदल गया है। मुझे काफी अहमियत मिल रही है जो काफी अच्छा है। आईबीएल में साइना नेहवाल के खिलाफ सिंधु के मैचों को लेकर दर्शकों के बीच काफी रोमांच था लेकिन इस युवा को दोनों ही मौकों पर हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने हालांकि कहा कि इन मैचों से उसने काफी कुछ सीखा।

उन्होंने कहा, मैं साइना के खिलाफ पहली बार खेल रही थी। हम अकादमी में भी कभी एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेले। ट्रेनिंग के दौरान वह शॉट का अभ्यास करती थी इसलिए यह पहली बार था। मैंने सीखा कि वह आक्रमण कर रही थी और मुझे आक्रमण का मौका नहीं दे रही थी। वह अनुभवी खिलाड़ी है। वह आक्रामक है। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 23, 2013, 22:11

comments powered by Disqus