Last Updated: Sunday, April 14, 2013, 11:46
लखनऊ : उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ द्वारा कथित रूप से आजीवन प्रतिबंधित किये गये प्रदेश फुटबाल टीम के कप्तान नसीम अख्तर ने खुद को इस सिलसिले में नोटिस नहीं दिये जाने पर संघ को खत लिखकर स्थिति स्पष्ट करने की गुजारिश की है।
संघ की गत 30 मार्च को हुई बैठक में टीम के बाकी सदस्यों को संगठन के खिलाफ भड़काने समेत कई आरोपों में कथित रूप से आजीवन प्रतिबंधित किये गये नसीम ने बातचीत में कहा ‘मैंने करीब पांच दिन पहले यूपी फुटबाल संघ को खत लिखकर पूछा है कि मुझे आजीवन प्रतिबंध की लिखित सूचना अब तक क्यों नहीं दी गयी।’
उन्होंने कहा, ‘संघ द्वारा मुझे आजीवन प्रतिबंधित करने की खबर अखबारों में तो छप गयी लेकिन मुझे ही इस बारे में नहीं बताया गया। मुझे लिखित रूप में यह जानने का हक है कि आखिर किन आरोपों के तहत मेरे करियर को गर्त में धकेलने का फरमान जारी हुआ है।’ ज्ञातव्य है कि संघ के सचिव शमसुद्दीन ने कहा था कि नसीम को आजीवन प्रतिबंधित करने के सिलसिले में नोटिस वाराणसी स्थित उनके घर भेज दिया गया है। अब नसीम आल इंडिया फुटबाल फेडरेशन, उससे जुड़े किसी भी विभाग, संस्था या इकाई के किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
गौरतलब है कि संतोष ट्राफी के लिये क्वालीफाई करने के बाद टीम के 19 सदस्यों को ट्रेन की सिर्फ सात आरक्षित सीटों पर भेजे जाने से नाराज प्रदेश टीम के तत्कालीन गोलकीपर कप्तान नसीम अख्तर ने टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। उसके बाद 30 मार्च को वाराणसी में प्रदेश फुटबाल संघ के अध्यक्ष सांसद संजय सिंह की सदारत में हुई संगठन की बैठक में नसीम पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 14, 2013, 11:46