Last Updated: Monday, June 3, 2013, 21:29

नई दिल्ली : भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक जिजी थामसन ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को सूचना का अधिकार कानून के अंतर्गत लाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि आईपीएल छह में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के कारण खेल की भावना आहत हुई है।
थामसन ने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि क्रिकेट में मैच फिक्सिंग हो। क्रिकेट का ढांचा इतना अच्छा है और ऐसे गलत काम से खेल की पूरी सुंदरता को क्यों खराब किया जाए। खेल की भावना आहत हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा नजरिया है कि बीसीसीआई को आरटीआई कानून के अंतर्गत आना चाहिए।’
भारतीय क्रिकेट को स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण ने झकझोर दिया था जिसके बाद भारत के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर एस श्रीसंत सहित तीन क्रिकेटरों की गिरफ्तारी हुई जबकि चेन्नई सुपरकिंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन को भी गिरफ्तार किया गया जो बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद हैं।
इस बीच थामसन ने कहा कि साइ को देश भर में विभिन्न ट्रेनिंग केंद्रों में राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों और कोचों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए एक प्रणाली का गठन करने की जरूरत है।
थामसन ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह के संदर्भ में बोल रहे थे जो ड्रग्स प्रकरण के बाद एनआईएस पटियाला से अतिरिक्त छुट्टी पर चले गए जबकि इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचित भी नहीं किया।
साइ महानिदेशक ने कहा कि फिलहाल साइ के सोनीपत केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे बीजिंग ओलंपिक के पदक विजेता विजेंदर जब चाहे एनआईएस पटियाला से जुड़ सकते हैं। विजेंदर निजी कारणों से एनआईएस पटियाला में राष्ट्रीय शिविर के लिए जाने से हिचक रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 3, 2013, 21:29