Last Updated: Sunday, December 23, 2012, 20:44

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि लगातार हो रही आलोचना ने संभवत: सचिन तेंदुलकर के एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले में भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि यह महान बल्लेबाज अगर 50 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक जड़कर जाता तो अच्छा रहता।
तेंदुलकर पिछले कुछ समय से खराब फार्म से जूझ रहे हैं जिससे यह बहस शुरू हो गई थी कि वह कब तक खेलते रहेंगे। इस दिग्गज बल्लेबाज ने इसके बाद रविवार को घोषणा की कि वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अब नहीं खेलेंगे।
गावस्कर ने कहा,‘मुझे लगता है कि वह असल में भारतीय क्रिकेट की चिंता करता है। शायद उसने जो देखा, पढ़ा और सुना उसने संभवत: उसके इस फैसले में भूमिका निभाई। लेकिन मुझे लगता है कि वह अपने शरीर को बेहतर तरीके से जानता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने एनडीटीवी से कहा,‘उसने 49 शतक के साथ वनडे कैरियर समाप्त किया। मुझे उनके 50 शतक देखकर अच्छा लगता। यह शानदार होता।’
यह पूछने पर कि एकदिवसीय प्रारूप से संन्यास से तेंदुलकर को 200 टेस्ट खेलने का मौका मिलेगा, गावस्कर ने कहा कि इसे ऐसे नहीं देखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा,‘हम काफी आगे के बारे में सोच रहे हैं। अगर वह अगले चार टेस्ट खेलता है तो उसके 198 टेस्ट होंगे और अगले दो टेस्ट अगले साल की दूसरी छमाही में होंगे। यह लगभग एक साल का समय है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 23, 2012, 20:44