Last Updated: Monday, February 20, 2012, 11:00
ब्रिसबेन : पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल को लगता है कि आस्ट्रेलिया की प्रतिभाशाली बल्लेबाज और बेहतरीन नेतृत्वकर्ता तैयार करने वाली प्रणाली में काफी खामियां हैं, जो कभी काफी सफल हुआ करती थी और अब इसमें सुधार की जरूरत है।
चैपल के अनुसार रिकी पोंटिंग के 1995 में 20 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय आगाज के बाद इस उम्र में आगाज करने वाला कोई भी बल्लेबाज टीम में सफलता नहीं हासिल कर पाया है।
चैपल ने ‘डेली टेलीग्राफ’ में अपने कालम में लिखा, ‘पोंटिंग के बाद अगले 16 वर्षों में केवल फिलिप हयूज ही ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो थोड़े युवा थे लेकिन उन्हें अभी टीम में अपना स्थान पक्का करना है। इसमें माइकल क्लार्क शामिल हैं जो थोड़े सफल रहे हैं लेकिन वह भी करीब तीन साल बड़े हैं। बाकी सभी ‘परिपक्व’ वर्ग के खिलाड़ी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि पीटर फोरेस्ट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनने की झलक पेश की है लेकिन अभी उन्हें काफी लंबा रास्ता तय करना है।
चैपल ने लिखा, ‘मैं इस वर्ग में फोरेस्ट को रखूंगा। वह अपने फुटवर्क और स्पिनरों के खिलाफ ताकतवर हिटिंग से अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी दिखता है। लेकिन उमेश यादव की एक शार्ट पिच गेंद ने उसे परेशान कर दिया जबकि दूसरी पर वह आउट हो गए।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 20, 2012, 16:30