Last Updated: Friday, August 31, 2012, 09:55

नई दिल्ली : भारत को अंडर-19 विश्व कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय क्रिकेट के उदीयमान सितारे उन्मुक्त चंद का कम उपस्थिति के कारण कालेज में एक साल बर्बाद हो सकता है। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और खेल मंत्री अजय माकन ने उन्मुक्त का का पक्ष लिया है। ऐसे में मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने भी इस मामले में दिलचस्पी दिखायी।
सिब्बल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश सिंह से बात की और पता चला कि उन्होंने कहा कि इस क्रिकेटर के मामले में उसका पक्ष लिया जाना चाहिए। दिल्ली विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार विद्यार्थियों को एक अकादमिक सत्र में सभी तरह की छूट के बाद कम से कम 33.3 फीसदी उपस्थिति पूरी करनी होती है, लेकिन सेंट स्टीफेंस कॉलेज के छात्र उन्मुक्त क्रिकेट में अपनी व्यस्तता के कारण यह अर्हता पूरी नहीं कर पाए।
यह मामला अभी दिल्ली उच्च न्यायालय में है, लेकिन कॉलेज के प्राचार्य विल्सन थंपू का कहना है कि यह फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन को करना है, क्योंकि यह विश्वविद्यालय का नियम है।
गौरतलब है कि मई में हुई दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में उनमुक्त को एडमिट कार्ड नहीं दिया गया था जिसके बाद न्यायालय ने हस्तक्षेप कर कॉलेज से उन्हें अनुमति देने को कहा। हालांकि आदेश आने तक दो विषय की परीक्षा हो जाने के कारण वह दो विषयों की ही परीक्षा दे पाए। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 31, 2012, 09:25