Last Updated: Monday, June 25, 2012, 20:14
कोलकाता: एशियाई खेलों की स्वर्ण पदकधारी पिंकी प्रमाणिक का यह रहस्य अब भी बरकरार है कि वह लड़की नहीं लडका है क्योंकि यहां एसएसकेएम अस्पताल में आज उसका ‘कैरयोटाइपिंग’ परीक्षण नहीं कराया जा सका जिसमें क्रोमोसोम पैटर्न पता किया जाता है। वह कथित बलात्कार और पुरुष होने के आरोप में फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। परीक्षण के लिए फॉरेंसिंक विभाग के अध्यक्ष बिस्वनाथ कहाली की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय चिकित्सा बोर्ड गठित किया गया।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पिंकी को दोपहर बाद दमदम स्थित केंद्रीय सुधार गृह से एसएसकेएम लाया गया। सबसे पहले उसे फॉरेंसिंक एवं राज्य औषधि विभाग में ले जाया गया, जहां उसकी कुछ जांच की गई। बाद में उसे एमआरआई और यूएसजी तथा अन्य जांचों के लिए ले जाया गया।
चिकित्सा बोर्ड में अन्य विशेषज्ञों के अलावा एक विकिरण चिकित्सा विशेषज्ञ, एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ तथा एक शरीर रचना विशेषज्ञ भी शामिल थे।
इस बीच, पिंकी के वकील तुहिन रॉय ने दावा किया कि यह पूरा मामला मनगढ़ंत है। उन्होंने यह भी कहा कि एथलीट एक महिला है।
रॉय ने कहा, पूरा मामला मनगढ़ंत है। वह महिला है और जांचों से यह साबित हो जाएगा।
इससे पहले 19 जून को पिंकी को उत्तरी 24 परगना जिले के बारासात उनुमंडलीय अस्पताल में गठित सात सदस्यीय चिकित्सा बोर्ड ने पिंकी का परीक्षण किया जो अधूरा रह गया। इसके बाद उसे एसएसकेएम रेफर कर दिया गया।
उत्तरी 24 परगना जिले की मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुकांता सील ने कहा था, चूंकि जिला अस्पताल में कई महत्वपूर्ण परीक्षणों का इंतजाम नहीं है, इसलिए हमने यह मामला एसएसकेएम को सौंप दिया है।
तलाकशुदा लिव-इन पार्टनर के इस आरोप के बाद कि पिंकी पुरुष है और उसने उसके साथ बलात्कार किया है तथा उसे शारीरिक यातना भी दी है, पिंकी को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था और 15 जून को अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
गिरफ्तारी के बाद पिंकी को चिकित्सीय जांच के लिए एक निजी नर्सिग होम में ले जाया गया था जहां जांच रिपोर्ट में पता चला कि यह एथलीट वाकई पुरुष है।
पिंकी ने हालांकि खुद को निर्दोष बताया है और उस पर लगाए गए आरोपों को एक साजिश करार दिया है।
पिंकी तीन वर्ष पूर्व एथलेटिक्स छोड़ चुकी है। उसने वर्ष 2006 में कतर के दोहा में हुए एशियाई खेलों में 4 गुणा 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। उसी वर्ष जर्मनी के मेलबर्न में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को रजत पदक दिलाया था।
पूर्व रेलवे में टिकट कलेक्टर के पद पर कार्यरत पिंकी को न्यायिक हिरासत में भेज दिए जाने के बाद 16 जून को पद से निलम्बित किया जा चुका है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 25, 2012, 20:14