एशिया कप: चयनकर्ताओं की बड़ी चुनौती - Zee News हिंदी

एशिया कप: चयनकर्ताओं की बड़ी चुनौती

मुंबई : भारतीय चयनकर्ता बांग्लादेश में अगले महीने होने वाले एशिया कप के लिए कल जब यहां राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के चयन के लिए बैठक करेंगे तो उन्हें आस्ट्रेलिया में टीम के लचर प्रदर्शन को देखते हुए टीम चुनने से पहले काफी सोच विचार करना होगा।

 

आस्ट्रेलिया में खिलाड़ियों की सामूहिक विफलता के बाद कृष्णमाचारी श्रीकांत और उनके साथी चयनकर्ताओं को भारतीय क्रिकेट को दोबारा पटरी पर लाने के लिए संतुलन बनाना होगा। चयन समिति पर आस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने के लिए देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दबाव होगा।
अब देखना यह होगा कि चयनकर्ता मौजूदा दौरे पर खराब फार्म से जूझे रहे सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे सीनियर बल्लेबाजों और लचर प्रदर्शन करने वाले जूनियर खिलाड़ियों सुरेश रैना, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को टीम से आराम या बाहर करके युवा खिलाड़ियों को मौका देते हैं या नहीं।

 

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पिछले कुछ समय से लगातार क्रिकेट खेल रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 11 से 22 मार्च तक ढाका में होने वाले टूर्नामेंट के लिए आराम दिया जाता है या नहीं। भारत गत चैम्पियन और पांच बार का विजेता है और साथ ही टीम में भारी फेरबदल की उम्मीद भी नहीं है लेकिन इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में लगातार दो विदेशी दौरों पर टीम के खराब प्रदर्शन के बाद कुछ बदलाव तय हैं।

 

टीम में कुछ चोट की समस्या भी हैं। तेज गेंदबाज आर विनय कुमार और आलराउंडर इरफान पठान चोटिल है।  टीम में आमूलचूल बदलाव के लिए रिजर्व खिलाड़ियों का बड़ा पूल मौजूद होना चाहिए लेकिन मौजूदा क्षेत्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट में प्रदर्शन को देखते हुए अधिक विकल्प उपलब्ध नहीं हैं।

 

टेस्ट में धोनी के बाद नंबर दो विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने भी वनडे लीग में बंगाल की ओर से अच्छे प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा होगा। उन्होंने तीन मैचों में 206 रन बनाए हैं। इसके अलावा असम के धीरज जाधव, कर्नाटक के गणेश सतीश, सौराष्ट्र के युवा बल्लेबाज चिराग जानी, गोवा के स्वप्निल असनोदकर और महाराष्ट्र के अंकित बावने ने भी क्षेत्रीय एकदिवसीय मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। गेंदबाजी विभाग में हालांकि अधिक विकल्प नहीं हैं। चयनकर्ता हालांकि चोटांे की समस्या से जूझने वाले मुनाफ पटेल और अशीष नेहरा के नाम पर विचार कर सकते हैं जो विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे। बंगाल के तेज गेंदबाज अशोक डिंडा घरेलू टूर्नामेंट में शानदार फार्म में रहे हैं और टीम में लंबे समय बाद वापसी कर सकते हैं।

 

घरेलू वनडे में सर्वाधिक विकेट चटकाने वालों की सूची में कर्नाटक के रोनित मोरे 11 . 5 की औसत से 15 विकेट चटकाकर शीर्ष पर हैं। दिल्ली के अनुभवी परविंदर अवाना और रेलवे के शैलेंद्र गहलोत ने भी प्रभावित किया है।
कर्नाटक के अभिमन्यु मिथुन और महाराष्ट्र के बायें हाथ के स्पिनर अक्षय दारेकर भी प्रभावी प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, February 28, 2012, 12:55

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