Last Updated: Monday, December 12, 2011, 10:15
चेन्नई : कार्यवाहक कप्तान गौतम गंभीर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को समाप्त हुई श्रृंखला में युवा खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की तारीफ की लेकिन साथ आगाह किया कि ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे के दौरान उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में 4-1 से जीत दर्ज की। गंभीर ने कल समाप्त हुए पांचवें मैच के बाद पत्रकारों से कहा, ‘श्रृंखला से पहले रन बनाने से हमेशा मदद मिलती है लेकिन आस्ट्रेलिया में हालात अलग होते हैं। हम सभी जानते हैं कि हमें ऑस्ट्रेलिया में ऐसी परिस्थितियां नहीं मिलेंगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराना काफी कठिन है और वे हमें कड़ी चुनौती देंगे।’ उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करने के लिये तकनीकी कौशल के अलावा खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत होना चाहिए।
गंभीर ने कहा, ‘वहीं आपकी मानसिक मजबूती की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। आपको बेहतरीन आक्रमण का सामना करना पड़ेगा और वे आपको कड़ी चुनौती देंगे। मुझे लगता है कि एक अच्छी चीज यह हुई कि कुछ खिलाड़ी शुरू में ऑस्ट्रेलिया चले गए हैं और वे हालात से सांमजस्य बिठा लेंगे और हम इस बार दो अभ्यास मैच भी खेल रहे हैं।’
गंभीर ने अभी तक भारत के लिए कुल छह एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है और इन सभी में टीम को जीत मिली है। कप्तानी के रिकार्ड की बात पर उन्होंने कहा, ‘मैं उसी बात पर बरकरार रहूंगा कि कप्तान उतना ही अच्छा होता है, जितनी उसकी टीम होती है। एक कप्तान आपको तब तक मैच नहीं जिता सकता जब तक मैदान में 11 खिलाड़ी अच्छा नहीं करते। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरी टीम ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं।
गंभीर ने यह भी खुलासा किया कि वीरेंद्र सहवाग और उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे मैच में हारने के बाद दोबारा पारी का आगाज करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘पहले दो मैचों के बाद, हमने चर्चा की कि हम कहां पिछड़ रहे हैं और हमने पाया कि हम अच्छी शुरूआत नहीं हासिल कर पा रहे हैं। इसलिए वीरू और मैंने चर्चा की और कहा कि हमने टेस्ट और वनडे में काफी बार पारी का आगाज किया है तो इस बार दोबारा ऐसा करते हैं । इसके बाद से हमने फिर से पारी की शुरूआत की।’
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 12, 2011, 15:45