Last Updated: Monday, September 9, 2013, 00:26

ब्युनस आयर्स : कुश्ती ने उम्मीद के मुताबिक रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के मतदान में ओलंपिक खेलों में अपना स्थान दोबारा हासिल कर लिया।
प्राचीन और आधुनिक ओलंपिक के बीच अपने अस्तित्व को बचाने में सफल रहे कुछ खेलों में से एक कुश्ती को पहले दौर के मतदान में कुल 95 में से 49 मत मिले। बेसबाल और साफ्टबाल की सामूहिक दावेदारी ने 24 मत के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि स्क्वाश को 22 मत मिले।
इस नतीजे के बाद कुश्ती का 2020 टोक्यो ओलंपिक और 2024 ओलंपिक का हिस्सा बनना तय हो गया है। इसके साथ की कुश्ती ने जोरदार तरीके से ओलंपिक में वापसी की। कुश्ती को इस साल फरवरी में 15 सदस्यीय आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने ओलंपिक कार्यक्रम से बाहर कर दिया था लेकिन इसकी काफी आलोचना हुई थी।
इसी बोर्ड ने इसके बाद कुश्ती को दूसरा मौका दिया जब मई में आठ खेलों में प्रेजेंटेशन के बाद कुश्ती को उन तीन खेलों की सूची में शामिल कर लिया गया जिन्हें ओलंपिक में शामिल करने पर ब्युनस आयर्स में आईओसी के पूर्ण सदस्यों को विचार करना था।
ओलंपिक से हटाए जाने की शर्मनाक स्थिति के बाद अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष को अपना पद छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा जिसके बाद नेनाद लालोविच ने यह पद संभाला और काफी सुधारवादी कदम उठाए। लालोविच ने आज प्रेजेंटेशन के दौरान सदस्यों को बताया कि खेल के लिए यह फैसला कितना अहम है।
सर्बिया के लालोविच ने कहा, ‘यह कहना काफी नहीं होगा कि यह हमारे 3000 साल के अस्तित्व का सबसे अहम दिन है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने गलतियां की और इससे सबक सीखा।’
आईओसी अध्यक्ष जाक रोगे ने जब आईओसी सदस्यों का फैसला सुनाया तो लालोविच और उनकी टीम खुशी से उछल पड़ी। लालोविच स्वयं पहलवान नहीं हैं लेकिन उनके बेटे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्बिया का प्रतिनिधित्व किया है।
लालोविच ने कहा, ‘इस मतदान के साथ आपने दिखाया है कि अपने खेल को सुधारने के लिए हमने जो कदम उठाए उसने अंतर पैदा किया है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारा आधुनिकीकरण अभी नहीं रूकेगा। हम ओलंपिक अभियान का सर्वश्रेष्ठ साझेदार बनने की कोशिश जारी रखेंगे।’ लालोविच ने कहा, ‘लाखों पहलवान, समर्थक और प्रशंसक जो ओलंपिक कुश्ती को बचाने के लिए एकजुट हुए, उन्हें मैं धन्यवाद देना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘आप सभी ने इस जीत के लिए कड़ा संघर्ष किया।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 8, 2013, 23:04