Last Updated: Friday, April 12, 2013, 19:52
भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एथेन्स स्पेशल ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने वाली रीवा की बालिका सीता साहू को एक लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। गरीबी के चलते वह गोलगप्पे बेचने पर मजबूर थी।
उल्लेखनीय है कि सीता साहू ने 2011 में एथेन्स के विशेष ओलंपिक में 200 मीटर और 1600 मीटर की दौड़ में कांस्य पदक जीते थे। जब टीम एथेंस के लिये रवाना हो रही थी तब प्रदेश के पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव ने घोषणा की थी कि जो भी खिलाडी पदक जीत कर लायेगा उसे राज्य सरकार की और से पुरस्कृत किया जायेगा।
उन्होंने स्वर्ण पदके लाने वाले को एक लाख, रजत पदक विजेता को 75 हजार और कांस्य पदक विजेता को 50 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
रीवा निवासी गरीब परिवार की सीता साहू द्वारा दो पदक जीतने के बावजूद प्रदेश सरकार अपना किया गया वायदा भूल गयी। सीता के पिता चाट की दुकान लगाते हैं और पिछले दिनों बीमार होने के कारण सीता गोलगप्पे बेचने को मजबूर हो गयी और इसके चलते अपने स्कूल भी नहीं जा पा रही थी।
सीता का कहना है कि वह पढ़ाई के साथ-साथ आगे भी खेलना चाहती है लेकिन पारिवारिक मजबूरी के चलते उसे चाट और फुल्की का ठेला लगाना पढ रहा है।
मीडिया में ओलंपिक पदक विजेता के गोलगप्पे बेचने पर मजबूर होने संबंधी खबर के प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आनन-फानन में सीता को एक लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 12, 2013, 19:52