Last Updated: Sunday, July 28, 2013, 18:03

कोलकाता : भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अंतरिम अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने रविवार को वादा किया कि महेंद्र सिंह धोनी के खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी के मामले में कथित तौर पर हितों में टकराव की जांच के मुद्दे में ढुलमुल रवैया नहीं अपनाया जाएगा।
यह खेल प्रबंधन कंपनी धोनी सहित कई अन्य भारतीय क्रिकेटरों का प्रबंधन करती है। धोनी उस समय विवादों में घिर गए थे जब यह खबर सामने आई थी कि उनकी रिती स्पोर्ट्स में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है जो उनके अलावा सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा का भी प्रबंधन करती है।
डालमिया ने आज यहां बीसीसीआई की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा, ‘मैंने कहा कि कोई ढुलमुल रवैया नहीं अपनाया जाएगा, फिर चाहे यह धोनी से जुड़ा मामला हो।’ खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी और उस समय भारतीय कप्तान होने के कारण कथित तौर पर हितों के टकराव के लिए धोनी को कई पूर्व क्रिकेटरों की आलोचना का सामना करना पड़ा था।
डालमिया ने कहा कि जहां तक खिलाड़ियों के हितों में टकराव का मामला है तो बोर्ड ने अपनी कार्यशैली बदल दी है। उन्होंने कहा, ‘हमने अपनी कार्यशैली बदल दी है। खिलाड़ियों को खेल प्रबंधन कंपनियों में अपने हित घोषित करने होंगे। हम देखेंगे कि कैसे उनकी मदद कर सकते हैं।’ आईपीएल के 2013 सत्र में डोप टेस्ट में विफल रहे दिल्ली के तेज गेंदबाज प्रदीप सांगवान के बारे में डालमिया ने कहा, ‘बीसीसीआई डोपिंग रोधी संहिता की प्रक्रिया का पालन करेगा।’
डालमिया ने साथ ही कहा कि विशेष अकादमियों के कोचों और सहयोगी स्टाफ के वाषिर्क अनुबंध को एक-एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 28, 2013, 18:03