Last Updated: Thursday, January 12, 2012, 07:23
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी पर्थ : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को यह खुलासा करके सबको चौंका दिया कि यदि उन्हें 2015 विश्व कप तक खेलना है तो वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं।
धोनी ने पत्रकारों से कहा, ‘यदि मुझे 2015 विश्व कप तक खेलना है तो फिर किसी एक प्रारूप से संन्यास लेना होगा। ’
अब तक 66 मैच खेलने वाले धोनी ने बड़ी सहजता से यह बात कही लेकिन संवाददाता सम्मेलन में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति इससे हैरान हो गया। धोनी ने अब तक 36 टेस्ट मैचों में कप्तानी भी की है जिनमें से 17 में उन्हें जीत मिली। धोनी के खुलासे से लगता है कि वह यह बताना चाहते हैं कि इस खेल में अपने भविष्य के बारे में वह क्या सोचते हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह 2013 तक यह फैसला कर लेंगे कि उन्हें आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2015 में होने वाले विश्व कप में खेलना है या नहीं।
उन्होंने कहा था, ‘मुझे 2013 तक यह देखना होगा कि मेरा शरीर किस स्थिति में है और क्या मैं 2015 विश्व कप में खेल पाउंगा या नहीं। मुझे 2013 के आखिर तक यह फैसला करना होगा कि क्या मैं एक प्रारूप में आगे खेलने के लिये पर्याप्त फिट हूं। यह फैसला निजी नहीं बल्कि देश की खातिर होगा क्योंकि मेरी जगह जो भी विकेटकीपर लेगा उसे विश्व कप में जाने से पहले कम से कम 70 से 80 वनडे का अनुभव होना चाहिए। ऐसा मेरा मानना है। ’
तीस वर्षीय धोनी को एकदिवसीय क्रिकेट का अच्छा कप्तान और प्रभावशाली बल्लेबाज माना जाता है। टेस्ट मैचों की कड़ी परिस्थितियों में हालांकि लगता है कि उनका कौशल नहीं चल पाता है।
भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो टेस्ट हार चुका है और तीसरा टेस्ट शुक्रवार से पर्थ में खेला जाना है। भारतीय क्रिकेट टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीरीज में बने रहने की होगी। अगर भारत पर्थ टेस्ट हारता है तो वह सीरीज हार जाएगा। क्योंकि चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत पहले से ही 2-0 से पीछे चल रहा है।
First Published: Friday, January 13, 2012, 09:01