Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 13:44

नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी से हटाने की मांग भले ही तेज हो रही हो लेकिन पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि उनका कोई विकल्प फिलहाल मौजूद नहीं है और वह ही टीम इंडिया को आगे ले जायेंगे ।
द्रविड़ ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा कि फिलहाल मुझे तो कोई विकल्प नहीं दिख रहा । मेरा मानना है कि धोनी ही वह इंसान है जो भारतीय टीम को आगे ले जायेंगे क्योंकि उनके पास उर्जा और जुनून है ।
उन्होंने कहा कि जैसे ही जज्बातों का यह तूफान थमेगा और आराम से खिलाड़ी आत्ममंथन कर सकेंगे कि उनसे कहां गलती हुई और भविष्य की दिशा क्या होगी और भारतीय क्रिकेट को कैसे आगे ले जाया सकेगा तो सब ठीक हो जायेगा । यदि धोनी में वह जुनून और उर्जा है तो मुझे लगता है कि वही सही व्यक्ति है लेकिन फैसला उसे लेना है । सुनील गावस्कर और कृष्णामाचारी श्रीकांत जैसे पूर्व कप्तानों ने धोनी को हटाने की मांग की है ।
खराब फार्म से जूझ रहे सचिन तेंदुलकर के भविष्य के बारे में पूछने पर द्रविड़ ने कहा कि आत्ममंथन के बाद सचिन को ही यह फैसला लेना होगा ।
उन्होंने कहा कि सचिन ने खेल को बहुत कुछ दिया है । वह महान खिलाड़ी है और यह उसके लिये कठिन दौर है । वह इससे आहत भी होगा । उससे बात करने की जरूरत है ताकि पता चले कि वह क्या सोच रहा है और उसकी भविष्य को लेकर क्या योजना है ।
द्रविड़ ने कहा कि इस बातचीत के बाद उसे खुद कई चीजों के बारे में सोचना होगा । यदि उसे लगता है कि वह आगामी विदेश दौरों पर भारतीय टीम के साथ जा सकता है और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकता है तो उसके फैसले का समर्थन करने में समझदारी होगी । उन्होंने कहा कि यदि उसे इसमें शक है तो उसे अपने कैरियर के बारे में और भारतीय क्रिकेट के भविष्य के बारे में सोचना होगा । फैसला उसे ही लेना है । उन्होंने कहा कि तेंदुलकर जो भी फैसला ले, सभी को उसका सम्मान करना चाहिये ।
उन्होंने कहा कि यह समय काफी जज्बाती है और उसे जज्बात को अलग करके सोचना होगा । आस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में अभी समय है । वह जो भी फैसला ले, हमें उसका सम्मान करना होगा । इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लचर प्रदर्शन पर द्रविड़ ने कहा कि टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है लेकिन इससे बेहतर प्रदर्शन हो सकता था ।
उन्होंने कहा कि अपनी धरती पर टेस्ट श्रृंखला हारना हमेशा खराब होता है । टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है लेकिन प्रदर्शन इससे बेहतर हो सकता था । पहले टेस्ट के बाद लगा था कि भारत श्रृंखला जीत सकता है लेकिन ऐसा हुआ नहीं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 18, 2012, 13:44