कार्तिकेयन व चंडोक छाप छोड़ने को बेताब - Zee News हिंदी

कार्तिकेयन व चंडोक छाप छोड़ने को बेताब



नई दिल्ली : रविवार को भारत पहली बार फॉर्मूला वन ग्रांप्री. का आयोजन करेगा और देश के फॉर्मूला वन ड्राइवर नरेन कार्तिकेयन और करूण चंडोक ने कहा कि जब बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में रेस होगी तो वे अपनी छाप छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

 

कार्तिकेयन अपने देश में फॉर्मूला वन सर्किट में रेस के अपने सपने को साकार करना चाहते हैं और हिस्पेनिया टीम के इस 34 वर्षीय ड्राइवर ने कहा कि रविवार को होने वाली रेस में वह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए अतिरिक्त जोर लगाएंगे।

 

चंडोक भी फार्मूला वन रेस कार दौड़ाने के लिए बेताब हैं लेकिन भारत में उनके फार्मूला वन रेस में शिरकत करने पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं। वह शुक्रवार को टीम लोटस के अभ्यास सत्र के दौरान अपने देशवासियों के सामने जानदार प्रदर्शन करने को बेताब हैं।

 

इस बीच हालांकि फार्मूला वन प्रमुख बर्नी एक्लेस्टोन ने कहा कि उन्हें एक पखवाड़े पहले तक भी भरोसा नहीं था कि आयोजक सही तरीके से पहली बार रेस का आयोजन करा पाएंगे। लेकिन फार्मूला वन का व्यावसायिक अधिकार धारक अब आश्वस्त है कि उपमहाद्वीप में होने वाली पहली फार्मूला वन रेस सफल रहेगी।
‘गार्डियन’ ने एक्लेस्टोन के हवाले से कहा, एक पखवाड़े पहले तक मैं निराशावादी था। मुझे ट्रैक की फोटो भेजी गई और मैंने सोचा, हम इसे समय पर पूरा नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, लेकिन इस बीच उन्होंने काम कर दिया और मुझे और अधिक हालिया तस्वीरें भेजी गईं, यह बेहतरीन है।

 

निश्चित तौर पर लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और वे अपने खेल को लेकर जुनूनी हैं। एक्लेस्टोन ने कहा कि अब उनकी नजरें इंडियन ग्रांप्री. और दो अन्य रेसों पर टिकी हैं। दुनियाभर के ड्राइवरों ने हालांकि किसी भी संदेह को पीछे छोड़ दिया है और वोडाफोन मैकलारेन मर्सीडीज के ड्राइवरों लुइस हैमिल्टन और जेनसन बटन सहित अन्य ड्राइवर भी ग्रेटर नोएडा के नए बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट में रेस करने को तैयार हैं। (एजेंसी)

 

 

First Published: Monday, October 24, 2011, 18:16

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