Last Updated: Tuesday, February 7, 2012, 04:09
नई दिल्ली/ मुंबई : क्रिकेट स्टार युवराज सिंह के कैंसर से पीड़ित होने की खबर से जहां लोग हैरान हैं, वहीं आम लोगों से लेकर फिल्म स्टार और क्रिकेटर उनकी सफल वापसी क कामना कर रहे हैं। इसी बीच युवराज के निजी चिकित्सक नीतीश रोहतगी ने सोमवार को कहा कि युवराज फेफड़े के कैंसर से पीड़ित नही हैं। रोहतगी के मुताबिक युवराज को एक प्रकार का ट्यूमर है, जिसका इलाज सम्भव है।
रोहतगी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि युवराज 10 सप्ताह के भीतर मैदान पर नजर आएंगे। रोहतगी के बयान से एक दिन पहले युवराज के फिजियो जतिन चौधरी ने यह खुलासा किया था कि उन्हे फेफड़े का कैंसर है और वह इसी का इलाज अमेरिका में करा रहे हैं।
हालांकि युवराज की मां शबनम सिंह ने अक्टूबर में कहा था कि युवराज को एक प्रकार का ट्यूमर है लेकिन इससे उनके बेटे को कोई खतरा नहीं है। रोहतगी ने कहा, युवराज एक प्रकार के ट्यूमर से पीड़ित हैं, जिसे जर्म सेल ट्यूमर कहा जाता है। वह फेफड़े के कैंसर से पीड़ित नहीं हैं। उनके फेफड़ों के बीच जर्म सेल ट्यूमर है, जिसका इलाज सम्भव है। इस स्थिति को एस्ट्रागोनाडाल सेमिनोमा कहा जाता है।
‘ट्यूमर युवराज के फेफड़ों के बीच है और इसे किसी भी लिहाज से फेफड़े का कैंसर नहीं कहा जा सकता। यह कैंसर का रूप धारण कर सकता था लेकिन हम भाग्यशाली हैं कि इसका पता समय से चल गया है और इसका इलाज भी सम्भव है। इस बीमारी से युवराज का करियर किसी प्रकार प्रभावित नहीं होगा।‘
वहीं युवराज के पिता योगराज सिंह ने कहा है कि उनका बेटा एक चैम्पियन खिलाड़ी की तरह भारतीय टीम में वापसी करेगा। योगराज, जो खुद भी भारत के लिए टेस्ट मैच खेल चुके हैं, ने अपने बेटे का सहयोग करने के लिए बीसीसीआई का धन्यवाद किया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 7, 2012, 16:11