Last Updated: Sunday, March 25, 2012, 07:48
ज़ी न्यूज ब्यूरो मुंबई: अपने 100वें शतक पर आयोजित एक सम्मान समारोह में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि वह जब तक खेल का मजा ले रहे हैं , वो खेलते रहेंगे। भारत के लिए खेलना सबसे गर्व की बात रही और विश्वकप जीतना सबसे बड़ी खुशी में शामिल रहा।
एशिया कप के मीरपुर वनडे में बांग्लादेश के खिलाफ अपना महाशतक पूरा करने और भारत के एशिया कप से बाहर होने के बारे में सचिन ने कहा, 'यह उपलब्धि मैंने एक मैच से नहीं पाई है। यह पूरे एक साल का इंतजार था और 23 साल के मेहनत का परिणाम है।' साथ हीं उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से हार का उन्हें अफसोस था और उस दिन वो खासे निराश थे।
सचिन तेंदुलकर यह भविष्यवाणी नहीं करना चाहते हैं कि 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों का उनका अजेय माना जा रहा रिकार्ड क्या कभी टूट पाएगा लेकिन इस महान बल्लेबाज ने उम्मीद जतायी कि जब भी ऐसा होगा तो ऐसा करने वाला कोई भारतीय हो। मीडिया से कई मुद्दों पर बातचीत करने वाले 38 वर्षीय तेंदुलकर ने इसके साथ ही कहा कि आलोचक जो भी कहते रहें उनका फिलहाल संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है।
एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ महाशतक जड़ने वाले तेंदुलकर ने कहा, ‘मैं नहीं जानता। मैं मानता हूं कि सभी रिकार्ड टूटने के लिये होते हैं लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि यह कोई भारतीय हो। इस बारे में आप कैसे भविष्यवाणी कर सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई ऐसी भविष्यवाणी कर सकता है लेकिन उम्मीद है जब भी ऐसा हो तो ऐसा करने वाला कोई भारतीय हो। मैं समझता हूं कि मुझे कब संन्यास लेना चाहिए इस पर मैं फैसला करूंगा क्योंकि जब मैंने शुरुआत की थी तब इसका फैसला किसी दूसरे ने नहीं किया था। जो मुझे संन्यास लेने की सलाह दे रहे है वे मुझे टीम में लेकर नहीं आये थे।’
तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ जिस मैच में महाशतक जमाया उसमें भी भारत हार गया था। उन्होंने कहा कि उस मैच का जश्न नहीं मनाया जा सकता।
तेंदुलकर ने कहा, ‘इंग्लैंड दौरे में हमारी टीम चोटों से जूझ रही थी। मैं बहाना नहीं बनाना चाहता क्योंकि जो भी खेलता है उससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है। मैं कोई एक कारण नहीं बता सकता लेकिन हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। मैं नहीं समझता कि आप तीन या चार वाक्य में समाधान ढूंढ सकते हो। जब हम नंबर एक बने तो वह प्रक्रिया थी और हमें उसकी पुनरावृत्ति करनी होगी।'
सचिन ने अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि सर डॉन ब्रैडमैन द्वारा उनके ड्रीम टेस्ट टीम में शामिल होना बताया। उन्होंने इच्छा जाहिर की कि उनका रिकॉर्ड भी कोई भारतीय खिलाड़ी ही तोड़े।
First Published: Monday, March 26, 2012, 11:41