Last Updated: Friday, March 22, 2013, 17:53

नई दिल्ली : भारत ने रविचंद्रन अश्विन की करिश्माई गेंदबाजी के इर्द-गिर्द बुने गये चक्रव्यूह में आस्ट्रेलिया के शीर्ष और मध्यक्रम के बल्लेबाजों को फंसाकर यहां चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच का पहला दिन अपने नाम किया। आस्ट्रेलिया ने खेल समाप्त होने तक 98 ओवर में आठ विकेट पर 231 रन बनाये हैं।
भारत के लिये दिन की एकमात्र नकारात्मक पहलू गेंदबाजों का फिर से पुछल्ले बल्लेबाजों के सामने संघर्ष करना रहा। आस्ट्रेलिया की तरफ से स्टीवन स्मिथ (46) और फिलिप ह्यूज (45) ने मुख्य योगदान दिया लेकिन नौवें नंबर के बल्लेबाज पीटर सिडल अब भी अपने करियर के सर्वोच्च स्कोर 47 रन बनाकर क्रीज पर हैं। उनके साथ दूसरे छोर खड़े जेम्स पैटिनसन ने 11 रन बनाये हैं।
सिडल ने आठवें विकेट के लिये 46 रन की साझेदारी करने के बाद नौवें विकेट के लिये 42 रन जोड़े हैं। भारत की तरफ से आफ स्पिनर अश्विन ने अब तक 40 रन देकर चार विकेट लिये हैं। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और बायें हाथ के स्पिनर रविंदर जडेजा ने दो-दो विकेट मिले हैं।
चार मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप से बचने की कवायद में लगे आस्ट्रेलिया के मुख्य बल्लेबाजों को हर पल मिजाज बदलती फिरोजशाह कोटला की पिच कब्रगाह ही नजर आयी। आस्ट्रेलिया ने पहले सत्र में दो विकेट गंवाकर 94 रन बनाये लेकिन दूसरे सत्र में स्पिनरों ने उसकी कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भारतीयों ने इस सत्र में केवल 59 रन देकर पांच विकेट लिये। सिडल के एक छोर संभालने के कारण तीसरे सत्र में भारत केवल एक सफलता मिली।
आस्ट्रेलियाई पारी की कहानी पहले दो सत्र में भारतीयों के चक्रव्यूह के इर्द गिर्द घूमती रही। माइकल क्लार्क पीठ दर्द के कारण नहीं खेल पाये और उनकी जगह कप्तानी कर रहे वाटसन ने टास जीतकर फिरोजशाह कोटला की परपंरा बरकरार रखी। कोटला में अब तक सभी 32 मैचों में टास जीतने वाले कप्तानों ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और वाटसन भी उनसे इतर नहीं रहे।
इशांत ने हालांकि अपने पहले ओवर में ही डेविड वार्नर (शून्य) को उनकी गलती की सजा देकर भारतीयों को अपेक्षित शुरुआत दिलायी। वार्नर ने पिछले मैच की तरह फिर से बाहर जाती गेंद को छेड़ने की गलती की जो उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में विराट कोहली के पास चली गयी।
ह्यूज ने शुरू में भुवनेश्वर की दो तीन इनस्विंगर से जूझने के बाद आफ साइड में कुछ आकषर्क शाट लगाये। उन्होंने इशांत की गेंद अपने विकेटों पर खेलने से पहले दस चौके जड़े जिनमें आठ चौके आफ साइड में लगाये गये थे। इशांत जब छोर बदलकर गेंदबाजी के लिये आये तो उनकी तेजी से उठती गेंद ह्यूज के हेलमेट से लगी। इससे बल्लेबाज का आत्मविश्वास डगमगा गया और उन्होंने इसी ओवर की छठी गेंद अपने कदमों का इस्मेमाल किये बिना खेली जो बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में घुस गयी।
ह्यूज ने कोवान के साथ दूसरे विकेट के लिये 67 रन की साझेदारी की। लंच के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने तीनों स्पिनरों के साथ मिलकर चक्रव्यूह की रचना की। इसे आस्ट्रेलियाई नहीं समझ पाये और उन्होंने 30 रन के अंदर पांच विकेट गंवा दिये। प्रज्ञान ओझा जब दिल्ली गेट छोर से बल्लेबाजों पर दबाव बना रहे थे तब धोनी ने ओल्ड पवेलियन छोर पर अश्विन और जडेजा को लगातार बदलकर बल्लेबाजों को भ्रम में डाला।
अश्विन ने पहले एड कोवान (38) के लिये जाल बिछाया। वह राउंड द विकेट आकर कोवान को लेग स्टंप की लाइन पर पिच करा रहे थे। उन्होंने आखिरी गेंद ओवर द विकेट आकर करायी लेकिन लाइन नहीं बदली। कोवान स्वीप करने से चूक गये और गेंद टर्न लेकर गिल्लियां बिखेर गयी। इसके तुरंत बाद अश्विन की जगह जडेजा गेंद करने के लिये आ गये।
उन्होंने कार्यवाहक कप्तान शेन वाटसन (17) को आगे आने के लिये ललचाया और फिर बड़ी खूबसूरती से गेंद उनके बल्ले और शरीर के करीब से निकालकर धोनी को आसान स्टंप आउट करने का मौका दे दिया। वाटसन की कप्तान के रूप में पहली पारी 63 मिनट तक ही चल पायी। धोनी फिर एक ओवर के लिये अश्विन को याद किया जिन्होंने मैथ्यू वेड (2) को फारवर्ड शार्ट लेग पर मुरली विजय के हाथों कैच कराकर भारत को पांचवीं सफलता दिलायी।
रीप्ले से हालांकि स्पष्ट नहीं हो रहा था कि गेंद बल्ले से लगी थी या नहीं लेकिन अंपायर अलीम डार की सोच अलग थी। बहरहाल धोनी ने ओल्ड पवेलियन छोर से बदलाव जारी रखे। अब जडेजा आ गये थे।
आईपीएल के नये ‘मिलियन डालर ब्वाय’ ग्लेन मैक्सवेल (10) ने ओझा पर छक्का और चौका जड़कर खाता खोला था लेकिन जडेजा की गेंद उनके बल्ले पर सही तरह से नहीं आयी और मिड आन पर आसान कैच में बदल गयी।
अश्विन को अब ओझा की जगह दिल्ली गेट छोर से गेंद थमा दी गयी। उन्होंने वहां से भी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली और जल्द ही कैरम बाल मिशेल जानसन (3) के विकेटों में घुसा दी। जानसन ने गेंद छोड़ दी थी जो टर्न लेकर विकेट उखाड़ गयी। बल्लेबाज कुछ देर तक तो यही नहीं समझ पाया कि वह बोल्ड हुआ है या स्टंप आउट।
स्मिथ ने 152 मिनट तक स्पिनरों का डटकर सामना किया और इस बीच ओझा पर दो छक्के भी लगाये। अश्विन की आफ ब्रेक पर हालांकि वह गच्चा खा गये और अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे अंजिक्य रहाणे ने शार्ट लेग पर कैच करने में कोई गलती नहीं की।
इससे पहले भारत ने रहाणे को पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका दिया। उन्हें चोटिल शिखर धवन की जगह टीम में लिया गया है। आस्ट्रेलिया ने टीम में पांच बदलाव किये हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 17:53