Last Updated: Sunday, March 24, 2013, 20:11

नई दिल्ली: क्या सचिन तेंदुलकर ने भारतीय सरजमीं पर आखिरी पारी खेली है ? फिरोजशाह कोटला में मौजूद लगभग 35 हजार दर्शकों के मन में यह सवाल कौंध रहा था और इसलिए वह इस स्टार बल्लेबाज का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
चौबीस बरस में 198 टेस्ट, 464 वनडे और एक टी20 मैच में जब भी वह मैदान पर उतरे या मैदान से लौटे तो दुनिया के हर मैदान पर उनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत हुआ। ऐसे में, उन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट के अंतिम क्षणों में इस तरह का अभिवादन मिलना कोई असामान्य बात नहीं थी।
आज हालांकि हालात कुछ दीगर थे और तेंदुलकर जैसे ही पवेलियन से मैदान पर उतरे, उन्होंने अपना रुख आसमान की ओर किया और धीरे-धीरे विकेट की तरफ आये। उस समय भारत को आस्ट्रेलिया का 4-0 से सफाया करने के लिये मात्र 32 रनों की जरूरत थी। क्या भारतीय सरजमीं पर यह उनकी आखिरी पारी थी।
बहुतों ने उम्मीद की होगी कि विजयी रन तेंदुलकर के बल्ले से ही निकलेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं और पांच गेंद में सिर्फ एक रन बनाकर वह नाथन लियोन की गेंद पर आउट हो गए।
एकाएक मैदान में सन्नाटा छा गया लेकिन जब तेंदुलकर पवेलियन की ओर लौटने लगे तो लोग अपनी अपनी सीट से उठ खडे हुए और उनका अभिवादन किया।
आज से ठीक एक महीने बाद तेंदुलकर 40 बरस के हो जायेंगे और इसमें कोई शक नहीं कि पिछले एक दो साल में उनके रिफ्लैक्सेस धीमे हो गए हैं। चेन्नई में पहले टेस्ट में उन्होंने 81 रन की पारी खेली लेकिन बाद में तीन टेस्ट में 50 से ऊपर की पारी नहीं खेल सके।
भारत को अपनी धरती पर अगला टेस्ट 2014 में खेलना है जब तेंदुलकर 41 के पार हो चुके होंगे। इससे पहले भारतीय टीम दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका और 2014 में न्यूजीलैंड जायेगी।
इन विदेश दौरों पर सचिन टीम में रहेंगे क्योंकि कइयों का मानना है कि राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और संभवत: वीरेंद्र सहवाग जैसे महान खिलाड़ियों के बाहर होने के कारण उनका होना टीम को मजबूती देता है। क्रिकेट पंडितों का हालांकि मानना है कि अब सचिन भारत में किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में नजर नहीं आयेंगे। वैसे साथ ही वह यह भी कहते हैं कि आप तेंदुलकर के बारे में कोई कयास नहीं लगा सकते।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को अटकलबाजी से बचने की सलाह दी।
धोनी से पूछा गया था कि क्या तेंदुलकर ने भारत में अपना आखिरी टेस्ट खेला है, इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं आपको हां या ना में जवाब दूंगा। आप (मीडिया) मुझसे यही सवाल 2005 में भी पूछ चुके हैं।’ पाकिस्तानी तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने कहा कि तेंदुलकर के दिमाग को पढना आसान नहीं है लेकिन उन्हें लगता है कि घरेलू सरजमीं पर यह उनका आखिरी टेस्ट था।
उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि अपनी धरती पर उन्होंने आखिरी टेस्ट खेल लिया है। वैसे तेंदुलकर के बारे में कुछ कहना कठिन है। यह कहना कठिन है कि उनके जेहन में क्या चल रहा है। उनके बारे में अटकलें नहीं लगाई जा सकती।’
भारत के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि तेंदुलकर को तय करना है कि जब भारत अगली बार अपनी धरती पर खेलेगा तो वह उपलब्ध होगा या नहीं।
उन्होंने कहा, ‘वह भारत का महानतम खिलाड़ी है लेकिन मैं किसी के निजी कैरियर पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। वह खुद अपने कैरियर के बारे में फैसला लेगा। उसे तय करना है कि भारतीय टीम जब अगली बार भारत में खेलेगी तो वह उपलब्ध होगा या नहीं।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 24, 2013, 20:11