Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 10:19
ज़ी न्यूज ब्यूरो/ एजेंसीहोबार्ट: श्रीलंका के साथ अंतिम लीग मैच में भारतीय शेर जागे और उन्होंने फाइनल में पहुंचने की उम्मीद को कायम रखा है।
युवा बल्लेबाज विराट कोहली की करिश्माई बल्लेबाजी से भारत ने न सिर्फ सात विकेट की धमाकेदार जीत दर्ज की बल्कि 36.4 ओवर में श्रीलंका का पहाड़ जैसा स्कोर लांघकर त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला के फाइनल्स में पहुंचने की अपनी उम्मीद बरकरार रखी। भारत को बोनस अंक हासिल करके श्रीलंका के 15 अंक की बराबरी करने के लिये 40 ओवर तक लक्ष्य हासिल करना था और भारतीयों ने असंभव को संभव करके दिखाया।
भारत को अब फाइनल में पहुंचने के लिये आस्ट्रेलिया पर निर्भर रहना होगा। यदि माइकल क्लार्क की टीम दो मार्च को होने वाले अंतिम लीग मैच में श्रीलंका को हरा देती है तो भारतीय टीम फाइनल्स में पहुंच जाएगी। भारतीय जीत के नायक 23 वर्षीय कोहली रहे जिन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए केवल 86 गेंद पर 16 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 133 रन बनाये। उनके इस चमत्कारिक खेल से भारत ने 80 गेंद शेष रहते ही तीन विकेट पर 321 रन बना दिये।
30 ओवर के बाद पारव प्ले का फायदा उठाते हुए कोहली ने रैना के साथ टीम के स्कोर को 250 के पार पहुंचा दिया। इतना ही नहीं 35 ओवर में टीम के स्कोर 303 रन बनाते ही कोहली ने लगभग टीम की जीत के साथ फाइनल में पहुचने की उम्मीद को भी कायम रखा।
सीरीज के अपने अंतिम लीग मैच में चमत्कार का इंतजार कर रही भारतीय टीम को जीत मिली। हालांकि सलामी बल्लेबाज सहवाग 30 रन और सचिन 39 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। शुरु में गंभीर ने आते ही अपने तेवर दिखा दिए और 3 चौके जड़ दिए थे। वो 63 रन बनाकर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हुए।
भारत को सचिन तेंदुलकर 39 रन और वीरेंद्र सहवाग के 30 रन ने अच्छी शुरुआत दिलायी जबकि बाद में कोहली ने गौतम गंभीर 63 रन के साथ तीसरे विकेट के लिये 115 रन और सुरेश रैना ने नाबाद 40 रन के साथ चौथे विकेट के लिये केवल 55 गेंद पर 120 रन की अटूट साझेदारी की।
भारतीय पारी की खासियत यह रही कि उसके सभी बल्लेबाजों ने श्रीलंका के मुख्य गेंदबाज लसिथ मालिंगा को निशाने पर रखा जिन्होंने अपने करियर का सबसे बुरा प्रदर्शन करते हुए 7.4 ओवर में 96 रन लुटाये।
कोहली ने कई आकषर्क शाट लगाये जिनमें एंजेलो मैथ्यूज पर लांग आफ पर लगाया गया छक्का भी शामिल है। श्रीलंका ने 27वें ओवर के बाद गेंदबाजी पावरप्ले लिया। इन पांच ओवर में भारत ने गंभीर का विकेट गंवाकर 58 रन जुटाये। गंभीर पावरप्ले के पहले ओवर में ही तेजी से दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गये। उनकी 64 गेंद की पारी में चार चौके शामिल हैं। कोहली ने इसके बाद रन बनाने का मुख्य जिम्मा उठाया। मालिंगा के ओवर में 15 रन बने तो कुलशेखरा के अगले ओवर में 18 रन पिट गये। इनमें कोहली के लगातार तीन चौके भी शामिल हैं। भारत ने 33वें ओवर से बल्लेबाजी पावरप्ले लिया। रैना ने तिसारा परेरा पर छक्का लगाया तो अगले ओवर में कोहली ने मालिंगा की गेंद पर दो रन लेकर अपना नौवां शतक पूरा किया। इसके बाद मालिंगा को उन्होंने अपने बल्ले के इशारों पर नचाया। उनकी दूसरी गेंद मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजी और अगली चार गेंद पर चौके जड़े। मालिंगा के इस ओवर में 24 रन बने। भारतीयों ने इस खौफनाक गेंदबाज का कचूमर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कोहली ने उनके अगले ओवर में लगातार दो चौके जड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 320 रन बनाए। श्रीलंका ने कप्तान माहेला जयवर्धने (22), संगकारा (102), थिसारा परेरा (3) और एंजेलो मैथ्यूज (14) के विकेट गंवाए।
संगकारा ने 87 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और दो छक्के लगाए। 49 रन के कुल योग पर जयवर्धने का विकेट गिरने के बाद क्रीज पर आए संगकारा ने दिलशान के साथ दूसरे विकेट के लिए 200 रन जोड़े। इसके बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे दिलशान ने परेरा के साथ तीसरे विकेट के लिए 30 रनों की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी में 21 रन दिलशान के शामिल हैं। दिलशान 165 गेंदों पर 11 चौके और तीन छक्के लगाकर नाबाद लौटे।
मैथ्यूज 14 रनों पर आउट हुए। मैथ्यूज और दिलशान ने चौथे विकेट के लिए तेजी से 30 रनों की साझेदारी निभाई। भारत की ओर से प्रवीण कुमार, जहीर खान और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली। परेरा रन आउट हुए।
First Published: Thursday, March 1, 2012, 09:50