Last Updated: Tuesday, July 16, 2013, 19:48

लंदन : ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हैडिन ने पहले एशेज टेस्ट क्रिकेट मैच में इंग्लैंड के ऑलराउंडर स्टुअर्ट ब्रॉड के आउट होने के बावजूद क्रीज नहीं छोड़ने के फैसले को सही करार दिया लेकिन उनका मानना है कि निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) पर फैसला करने का अधिकार खिलाड़ियों के पास नहीं होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया नाटिंघम में खेले गये पहले टेस्ट मैच में डीआरएस का सही उपयोग नहीं कर पाया और आखिर इसने उसकी हार में अहम भूमिका निभायी।
हैडिन ने कहा, मेरी निजी राय है कि रिव्यू का उपयोग भी अंपायरों को ही करना चाहिए। ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि इसे खिलाड़ियों के हाथों में होना चाहिए। मैच के तीसरे दिन ब्राड के बल्ले से गेंद लगकर स्लिप में कैच हो गयी थी लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया और बल्लेबाज भी खुद पवेलियन की तरफ नहीं लौटा। हैडिन ने इस पर ब्राड का समर्थन किया है। हैडिन ने कहा, स्टुअर्ट ने जो कुछ किया मुझे उसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आता। फैसला करने के लिये अंपायर हैं।
हैडिन आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के करीब ले गये थे। आस्ट्रेलिया को जब जीत के लिये केवल 15 रन चाहिए थे तब जेम्स एंडरसन की गेंद हैडिन के बल्ले से लगकर विकेटकीपर मैट प्रायर के पास गयी। अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया लेकिन इंग्लैंड ने डीआरएस का सहारा लिया जिसके बाद वह पवेलियन लौटे और इंग्लैंड 14 रन से मैच जीत गया। हैडिन ने स्वीकार किया है कि वह जानते थे कि गेंद उनके बल्ले से लगी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 16, 2013, 19:48