Last Updated: Wednesday, September 4, 2013, 22:25
नई दिल्ली : खेल मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में उसके 125वें सत्र में कुश्ती का मामला उठाने और इस खेल को ओलंपिक खेलों के बरकरार रखने का जोरदार आग्रह किया है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की पूर्ण कार्यकारिणी की बैठक सात से 10 सितंबर तक ब्यूनस आयर्स में होगी। आईओसी सदस्यों को लिखे पत्र में खेल सचिव पी के देब ने कहा कि कुश्ती (जिसमें पुरूष और महिलाओं की फ्रीस्टाइल तथा ग्रीको रोमन स्पर्धा शामिल हैं) 1886 में एथेंस में शुरुआती आधुनिक ओलंपिक से ही है और वह पहले ओलंपिक से ही कोर ग्रुप का हिस्सा रही है।
पत्र में लिखा, आईओसी कार्यकारी बोर्ड का कुश्ती को 2020 ओलंपिक में शामिल नहीं किया जाना इस खेल के भविष्य को काफी प्रभावित करेगा। देब ने पत्र में लिखा, यह खेल प्राचीन ओलंपिक का भी हिस्सा था। ओलंपिक के कोर ग्रुप से इस स्पर्धा को बाहर करना परंपरा के खिलाफ है, जो ओलंपिक का हिस्सा है। उन्होंने कहा, आधुनिक समय में कुश्ती काफी लोकप्रिय खेल है और दुनिया भर में इसके काफी प्रशंसक हैं। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लंदन ओलंपिक 2012 में 71 देशों ने हिस्सा लिया था।
आईओसी की इस बैठक में 2020 ओलंपिक में मुख्य 25 खेलों के अलावा शामिल किये जाने के लिये तीन अन्य खेलों के मत डाले जायेंगे। पत्र में लिखा गया है कि भारत सरकार मानती है कि कुश्ती खेल को 25 मुख्य खेलों के समूह से बाहर करने के फैसले पर दोबारा विचार किये जाने की जरूरत है, विशेषकर इस बात को ध्यान में रखते हुए भी कि कुश्ती को शामिल करने के लिये पूरी दुनिया अपील कर रही और यह अन्य खेलों से सस्ता भी है।
आईओसी के कार्यकारी बोर्ड की 12 फरवरी 2013 को हुई बैठक में हुए फैसले के संबंध में यह पत्र लिखा गया है। इस बैठक में सिफारिश की गयी थी कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (फीला) द्वारा संचालित कुश्ती को 2020 ओलंपिक के लिये मुख्य खेलों की सूची में शामिल नहीं किया जाये। आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने 20 मई 2013 को सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) में हुई अपनी बैठक में सिफारिश की थी कि बेसबॉल-सॉफ्टबाल, स्क्वाश और कुश्ती को 2020 ओलंपिक खेलों के मुख्य खेलों में शामिल किया जाये। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 4, 2013, 22:25