Last Updated: Monday, February 6, 2012, 05:32
पर्थ : आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डीन जोंस का मानना है कि युवा खिलाड़ियों के टीम में होते हुए आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण भारत की कमजोर कड़ियां साबित हुए हैं। जोंस ने कहा कि भारत को अपनी गेंदबाजी सुधारनी होगी। गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण भारत की कमजोरी है। भारत को पहले मैच में 65 रन से पराजय झेलनी पड़ी।
जोंस ने कहा कि मुझे लगता है कि उनकी गेंदबाजी बहुत कमजोर है। उम्मीद है कि कुछ खिलाड़ियों को बिली (आस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच क्रेग मैकडरमोट) से बात करने का मौका मिलेगा। भारतीयों को पिच का उछाल रास नहीं आता। उन्हें हालांकि चिंता करने की जरूरत नहीं है। पूरी लैंग्थ वाली और सीधी गेंद फेंकने की जरूरत है।
युवाओं की मौजूदगी में भी भारत के क्षेत्ररक्षण का स्तर बेहतर नहीं हुआ और जोंस का मानना है कि आस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों पर यह कमजोरी छिप नहीं सकती। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम पचास प्रतिशत समय तो क्रिकेट ही खेलती है। यदि आप दो घंटे अभ्यास करते हैं तो एक घंटा फील्डिंग पर मेहनत करनी चाहिए। सचिन तेंदुलकर की औसत 45 है और वह 65 गेंद तो खेलता ही है लेकिन उसे एक घंटा फील्डिंग पर भी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा मानना रहा है कि फील्डिंग ड्रिल को हलके में नहीं लेना चाहिए। फील्डिंग पर बहुत मेहनत की जरूरत है जो वे नहीं करते।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 6, 2012, 15:02