Last Updated: Monday, January 9, 2012, 06:20
पर्थ : भारतीयों क्रिकेटरों को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के कारण भले ही कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा हो लेकिन उन्होंने शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले करो या मरो वाले तीसरे मैच से पहले नेट अभ्यास करने के बजाय गो-कार्टिंग का मजा लेने को तरजीह दी।
यह लगातार तीसरा दिन है जबकि भारतीय टीम ने क्रिकेट से खुद को दूर रखा। स्वदेश में जहां क्रिकेट प्रेमी टीम के प्रदर्शन से खफा है और पूर्व खिलाड़ियों को उनका रवैया पसंद नहीं आ रहा है तब टीम ने इस निर्णायक मुकाबले से पहले खुद को खेल से दूर रखने में ही भलाई समझी। मेलबर्न और सिडनी में मैच हारने के कारण श्रृंखला में 0-2 से पीछे चल रही भारतीय टीम को श्रृंखला में बने रहने के लिये तीसरे और अंतिम मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी लेकिन उसके गेंदबाज और बल्लेबाजों का प्रदर्शन काफी खराब रहा है।
भारतीय टीम के रवैये से खफा होकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, ‘पहला टेस्ट मैच चार दिन में समाप्त हो गया और अगला दिन खाली था। लेकिन क्या भारतीय टीम ने अभ्यास किया ? मुझे नहीं लगता कि उन्होंने अभ्यास किया। उन्होंने अभ्यास क्यों नहीं किया ? कोई नहीं जानता। ’
उन्होंने आगे कहा था, ‘आपको मैदान पर जाकर अभ्यास करना होगा। पर्थ में केवल दो दिन का मैच नहीं होना चाहिए क्योंकि वहां की पिच आस्ट्रेलिया में सबसे तेज है। ’
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उन लोगों में नहीं हैं जो यह मानते हैं कि खराब फार्म से उबरने का तात्कालिक समाधान नेट्स पर अतिरिक्त समय बिताना है। धोनी ने कहा, ‘उन्हें आस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के बारे में अच्छी तरह से पता चल गया है। अब आपको खेल से दिमाग हटाने की जरूरत है। आप इसकी अति नहीं चाहते। कुछ खिलाड़ी हो सकते हैं कि नेट्स पर अधिक समय बिताना चाहते हों। मेरी निजी राय है कि यदि आप खेल से दिमाग हटाते हो तो फिर आप सकारात्मक सोच के साथ वापसी करोगे। ’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि मैदान पर अधिक समय बिताने के बजाय आपको मैदान से बाहर मनोरंजन की गतिविधियों में समय बिताना चाहिए। ’
भारतीय टीम ने आज शाम को गो कार्टिंग पर जाने के बाद रात को एक साथ डिनर का फैसला किया। उनकी अब मंगलवार को चार दिन में पहली बार वाका में अभ्यास सत्र में समय बिताने की योजना है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 9, 2012, 16:18