Last Updated: Friday, August 26, 2011, 05:03
नई दिल्ली. अस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा है कि भारत में खिलाड़ियों के चयन में सीनियरों की चलती है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड की निंदा करते हुए कहा है कि यहां चयन समिति की नहीं चलती जिससे कारण इंग्लैंड में टीम की यह दुर्गति हुई है.
सीनियरों की मनमानी चलने के लिए चैपल ने कहा कि बीसीसीआई पैसा कमाने पर तुली हुई है. बोर्ड सीनियर खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा छूट दे रखी है. उन्होंने के श्रीकांत की अगुवाई वाली चयन समिति को भी आड़े हाथों लिया है. इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने सोचा कि हमारे लिए यह शानदार समय है. इसका पूरा उपयोग करें. उन्होंने आगे के बारे में कुछ नहीं सोच रखा है.
उनका कहना था कि आपके पास ऐसा प्रशासन होना चाहिए जो अच्छे, युवा, दक्ष और प्रतिस्पर्द्धी क्रिकेटर पैदा करे. यदि ऐसा होगा तो टीम जीतती रहेगी, भले ही वह टेस्ट हो, टी-20 या वनडे क्रिकेट. जब तक देश का क्रिकेट प्रशासन अच्छे अगुवा पैदा करेगा, टीम अच्छे परिणाम देती रहेगी.
चैपल ने कहा कि क्रिकेट खेलने के लिए एक अच्छा प्रशासन होना चाहिए.
चैपल ने भारतीय गेंदबाजों पर भी निशाना साधते हुए कहा, 'भारत को बढ़िया गेंदबाजी आक्रमण चाहिए. जब भारत नंबर वन टेस्ट टीम बना तो मैंने कहा था कि अलग हालात में खेलते हुए भारत इसे बरकरार नहीं रख सकता. हरभजन सिंह पिछले दो साल से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. अच्छे तेज गेंदबाज भी कहां हैं.'
चैपल ने कहा कि चयनकर्ताओं ने उम्रदराज बल्लेबाजी क्रम के बारे में भी कोई विचार नहीं किया. टेस्ट आक्रमण में यह काफी चिंताजनक स्थिति है. बीसीसीआई को सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के जाने के बाद की स्थिति पर विचार करना चाहिए, ताकि प्रतिभाशाली युवा टेस्ट क्रिकेट में आसानी से इनकी जगह ले सकें.
उनका कहना था कि उन्होंने कभी किसी विजयी टीम को थका हुआ नहीं देखा. हारने वाली टीमें ही थकी हुई दिखती हैं. भारत इस समय हार रहा है. भारत को अधिक समय तक नंबर वन पर टिके रहना चाहिए था. उनके पास इतना पैसा है, लेकिन यदि प्रशासन सही नहीं है, तो पैसे के कोई मायने नहीं हैं.
First Published: Friday, August 26, 2011, 17:46