Last Updated: Sunday, December 9, 2012, 11:33
मेलबर्न : भारत को आज यहां चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों कांस्य पदक प्ले आफ मुकाबले में 2-3 की शिकस्त के साथ एक बार फिर चैम्पियन्स ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट से खाली हाथ लौटना पड़ा। दूसरी तरफ पाकिस्तान की टीम आठ साल में इस प्रतियोगिता में अपना पहला पदक जीतने में सफल रही।
पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद रिजवान जूनियर (22वें मिनट), शफकत रसूल (41वें मिनट) और मोहम्मद अतीक (66वें मिनट) जबकि भारत की ओर से वी रघुनाथ (07वें मिनट) और रूपिंदर पाल सिंह (70वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर पर गोल दागे। तीन बार के चैम्पियन्स ट्राफी विजेता पाकिस्तान ने इस टूर्नामेंट में पिछला पदक लाहौर में 2004 में जीता था जब उसने भारत को हराकर ही कांस्य पदक हासिल किया था।
पाकिस्तान ने चैम्पियन्स ट्राफी में अपने पिछले चारों पदक भारत को हराकर ही जीते हैं। भारत को 2002, 2003, 2004 और अब 2012 में कांस्य पदक के मुकाबले में शिकस्त का सामना करना पड़ा। लंदन ओलंपिक में अंतिम स्थान पर रहने वाले भारत ने वाइल्ड कार्ड के आधार पर टूर्नामेंट में जगह बनाई थी। भारत ने जल्द ही बढ़त बना ली जब वी रघुनाथ ने पेनल्टी कार्नर पर नीचे रहती ड्रग फ्लिक को बायें कोने से गोल के अंदर पहुंचाया। पाकिस्तान ने इसके बाद दबाव बढ़ाते हुए भारतीय डिफेंस की मुश्किलें बढ़ाई जबकि भारत के फारवर्ड कुछ मौकों को भुनाने में नाकाम रहे।
पाकिस्तान ने 22वें मिनट में मोहम्मद रिजवान जूनियर के गोल की मदद से बराबरी हासिल की। उन्होंने फरीद अहमद के पास पर दनदनाता हुए शाट लगाकर गेंद को गोल में पहुंचाया। भारत ने अगले 10 मिनट में कई मौके बनाए लेकिन उसे गोल करने में सफलता नहीं मिली। टीम हालांकि भाग्यशाली रही कि मध्यांतर तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा क्योंकि मोहम्मद वकास के पास गोल करने का शानदार मौका था लेकिन उनका शाट बाहर चला गया।
भारत को दूसरे हाफ की शुरूआत में ही पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन रघुनाथ का शाट काफी कमजोर रहा। पाकिस्तान ने दूसरे हाफ के सातवें मिनट में बढ़त बना ली जब रसूल ने भारतीय गोलकीपर टीआर पोटुनुरी को छकाते हुए गेंद को गोल में डाला। भारतीय स्ट्राइकर लगातार पाकिस्तान के सर्कल में पहुंचने के बाद गोल करने में नाकाम रहे जिससे विरोधी टीम दबदबा बनाने में सफल रही।
अतीक ने 66वें मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करने पाकिस्तान को 3 . 1 से आगे कर दिया और उसकी जीत लगभग सुनिश्चित कर दी। भारत ने अंतिम दो मिनट में दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये। रूपिंदर सिंह ने 70वें मिनट में टीम के अंतिम पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला लेकिन यह टीम को हार से बचाने के लिए नाकाफी था।
गत चैम्पियन आस्ट्रेलिया को फाइनल में ओलंपिक खेलों के रजत पदक विजेता हालैंड का सामना करना है। इससे पहले बेल्जियम ने गोल्डन गोल की मदद से जर्मनी को 5-4 से हराकर पांचवां स्थान हासिल किया जबकि न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को 3-2 से हराकर सातवें स्थान पर कब्जा जमाया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 9, 2012, 11:33