Last Updated: Saturday, June 29, 2013, 18:50

किंग्सटन : चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली खिताबी जीत को एक सप्ताह भी नहीं हुआ है लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि जश्न का दौर पूरा हो चुका और अब पूरा ध्यान वेस्टइंडीज तथा श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला पर है। धोनी ने यहां सेल्कान मोबाइल कप के लॉन्च के मौके पर कहा, भारतीय क्रिकेट टीम से हमेशा समान अपेक्षाएं रहती है। उन्होंने कहा, हर बार हमसे अपेक्षाएं बढ़ जाती हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमने पिछली श्रृंखला जीती या हारी या मैदान पर क्या हुआ। भारत को पहला मैच रविवार को वेस्टइंडीज से खेलना है।
धोनी ने टीम की सफलता का श्रेय ड्रेसिंग रूम के दोस्ताना माहौल को दिया जहां हर खिलाड़ी दूसरे की कामयाबी पर खुश होता है। इंग्लैंड में चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली जीत से भारत का आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक का दर्जा बरकरार है। दो साल पहले विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के पास दोनों बड़े खिताब हो गए हैं।
धोनी ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव से नहीं डरते। उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव का डटकर सामना करते हैं। हम एक दूसरे की सफलता का मजा लेते हैं जो टीम की जीत की कुंजी भी है। उन्होंने कहा, यदि शतक या अर्धशतक जमाने वाले खिलाड़ी से अधिक खुश मैं हूं तो आप समझ सकते हैं कि हमें इसी तरह का माहौल चाहिये क्योंकि आखिर में तो यह टीम का खेल है।
धोनी ने कहा कि भारतीय टीम में हर स्थान के लिये कड़ी प्रतिस्पर्धा है लेकिन यह निजी दुश्मनी में नहीं बदलती। उन्होंने कहा, बाहर बैठने वाले खिलाड़ियों के लिये अपनी बारी का इंतजार करना जरूरी है। वे यह नहीं सोचते कि ये खिलाड़ी खराब खेलेगा तो मुझे मौका मिलेगा। इस दौरान वे अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं ताकि टीम में जगह बना सके। उन्होंने कहा, हम इस तरह का माहौल बनाने में कामयाब रहे हैं और इसका प्रभाव प्रदर्शन पर देखने को मिल रहा है। इस बीच वेस्टइंडीज के कप्तान ड्वेन ब्रावो ने कहा कि त्रिकोणीय श्रृंखला में बहुत कुछ दाव पर है भले ही यह चैम्पियंस ट्रॉफी की तरह महत्वपूर्ण ना हो। उन्होंने कहा, जमैका में खेलना हमेशा अच्छा लगता है। हमें पूरी तैयारी के साथ उतरना होगा और अपने बेसिक्स दुरूस्त रखने होंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 28, 2013, 14:11