Last Updated: Tuesday, December 4, 2012, 18:10

मेलबर्न : ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी से चैम्पियंस ट्राफी हॉकी में 2 -3 से हारने के बावजूद भारत पूल में शीर्ष पर रहा। भारत ने दो बार बढत गंवाकर जीत जर्मनी को तोहफे में दे दी लेकिन गोल औसत में शीर्ष पर रहा। भारत और जर्मनी दोनों के छह-छह अंक हैं लेकिन पिछले दो मैच दो गोल के अंतर से जीतने वाली भारतीय टीम औसत में आगे रही।
भारत का गोल औसत प्लस तीन था जबकि जर्मनी का माइनस एक रहा। इंग्लैंड चार अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा जिसे न्यूजीलैंड ने 1-1 से ड्रा पर रोका । न्यूजीलैंड एक अंक लेकर चौथे स्थान पर रहा।
भारत का सामना अब पूल बी की आखिरी टीम बेल्जियम से होगा। बेल्जियम को आज कड़े मुकाबले में ओलंपिक रजत पदक विजेता हालैंड ने 4-5 से हराया। जर्मनी का सामना एशियाई खेल चैम्पियन पाकिस्तान से होगा जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 से मात दी।
ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप में शीर्ष पर रहने के लिये पाकिस्तान को दो गोल से हराना था लेकिन उसने कीरेन गोवर्स के एकमात्र गोल से जीत हासिल की।
हालैंड और ऑस्ट्रेलिया के तीन तीन मैचों में सात अंक रहे लेकिन गोल औसत बेहतर होने से डच टीम अव्वल रही। अब उसका सामना क्वार्टर फाइनल में न्यूजीलैंड से होगा जबकि इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। जर्मनी के खिलाफ भारत ने पहला गोल छठे मिनट में ही दाग दिया जब गुरविंदर सिंह चांडी ने सर्किल के भीतर रूपिंदर पाल सिंह से मिले पास पर गोलकीपर निकोलस जाकोबी को छकाते हुए गेंद गोल के भीतर डाली।
जर्मनी के लिये 14वें मिनट में ओलिवर कोर्न ने बराबरी का गोल दागा। भारत के कमजोर डिफेंस का फायदा उठाकर उसने रिबाउंड पर गोल किया जबकि पहला शाट चूक गया था।
भारत ने फिर 46वें मिनट में बढत बनाई जब पहले पेनल्टी कार्नर पर बीरेंद्र लाकड़ा के शाट को नितिन थिमैया ने गोल की ओर मोड़ा। पेनल्टी कार्नर पर वी आर रघुनाथ का शऑट गोलकीपर ने बचा लिया जिसके बाद रिबाउंड पर लाकड़ा को गेंद मिली।
भारत की बढत को लगातार दो गोल करके तोबियास मतानिया ने उतारा। पहले उसने 56वें मिनट में लांग पास पर गोल किया और दूसरा गोल पेनल्टी कार्नर पर दागा। भारत की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए जर्मनी ने काफी धीमा और रक्षात्मक खेल दिखाया। भारतीयों ने पलटवार भी किये लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
आखिरी सीटी बजने से पांच मिनट पहले भारत को मौका मिला लेकिन रघुनाथ की ड्रैग फ्लिक डिफेंडर के शरीर से जा टकराई। दो मिनट शेष रहते भारत को एक और पेनल्टी कार्नर मिला जब सर्कल के भीतर सरदार को बाधा पहुंचाई गई। रिव्यू के बाद हालांकि यह पेनल्टी कार्नर रद्द कर दिया गया। पहले दो मैच जीत चुकी भारतीय टीम ने लय कायम रखने के लिये कप्तान सरदार सिंह और मनप्रीत सिंह को फिट नहीं होते हुए भी उतारा। मनप्रीत को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में स्टिक लगने से दाहिने गाल पर दस टांके आये हैं जबकि सरदार के कंधे में जकड़न है। स्ट्राइकर एस वी सुनील की मांसपेशी में खिंचाव आ गया था जिसकी वजह से उसने यह मैच नहीं खेला। भारत ने आखिरी दस मिनट के लिये रिजर्व गोलकीपर सुशांत टिर्की को आजमाया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 4, 2012, 18:10