Last Updated: Saturday, August 10, 2013, 20:21
नई दिल्ली : व्यवसायी गुरूदत्त शानबाग ने आज दावा किया कि वह पूरी तरह से निर्दोष हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से कर्नाटक औद्यौगिक क्षेत्र विकास बोर्ड के साथ किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं किये।
शानबाग का नाम राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी जमीन करार विवाद में लिया जा रहा है, उन्होंने कहा, मैं हैरान हूं कि मेरा नाम इस विवाद में अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है। मैं रिकॉर्ड में यह बताना चाहता हूं कि मैंने बीसीसीआई की ओर से कर्नाटक औद्यौगिक क्षेत्र विकास बोर्ड के साथ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के लिये 50 एकड़ की जमीन खरीदने संबंधित दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं। किसी भी दस्तावेज पर अगर मेरे हस्ताक्षर हैं तो ये फर्जी हैं।
जमीन करार में उनकी दिलचस्पी पूछने पर शानबाग ने कहा, इस करार में सिर्फ मेरा इतना ही संबंध है कि जो भी 50 एकड़ की जमीन की बात की जा रही है, उसमें मेरी केवल दो एकड़ जमीन है। मेरे पास इस जमीन का छोटा सा हिस्सा है, मुझे बीसीसीआई ने जमीन खरीदने के लिये उनकी मदद करने का आग्रह किया। सिर्फ इतना ही है।
शानबाग ने कहा, कर्नाटक औद्यौगिक क्षेत्र विकास बोर्ड को जो राशि दी गयी है, वह बीसीसीआई ने दी है। मेरा मानना है कि अगर बीसीसीआई कर्नाटक औद्यौगिक क्षेत्र विकास बोर्ड से संपर्क करे तो उन्हें अपनी यह राशि मिल सकती है। मैं इस विवाद में कहां से आ गया, जबकि मैंने एक भी पैसा नहीं लिया? उन्होंने कहा, मेरी प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं भगोड़ा नहीं हूं। शानबाग ने कहा, मैं बेंगलूर में हूं। कुछ रिपोटरें में कहा जा रहा था कि मैं पैसा लेकर भाग गया तो ऐसा नहीं है। यह पूरी तरह से झूठ है। मेरे पास यह साबित करने के लिये दस्तावेज मौजूद हैं कि मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 10, 2013, 20:21