Last Updated: Thursday, February 21, 2013, 14:27

चेन्नई: लिट्टे के मारे जा चुके प्रमुख वी. प्रभाकरण के बेटे की कथित निर्मम हत्या पर विरोध प्रदर्शनों के बीच तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने यह कह कर 20वीं एशियाई खेल चैम्पियनशिप की मेजबानी से इनकार कर दिया कि श्रीलंका के खिलाड़ियों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है । इन खेलों का यहां जुलाई में आयोजन तय है ।
जयललिता ने कहा कि सरकार ने सिंगापुर में एशियन एथलेटिक्स एसोसिएशन को पत्र लिखकर कहा है कि तमिलनाडु के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका की टीम को खेलों से दूर रखा जाना चाहिए क्योंकि श्रीलंका सरकार‘बार बार जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ काम कर रही है ।
जयललिता ने श्रीलंका की सेना द्वारा 12 वर्षीय बालचंदद्रन की कथित निर्मम हत्या किए जाने की कल निन्दा की थी । द्रमुक सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की कड़ी निन्दा की है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल इकाई से श्रीलंका सरकार को उचित तरीके से राज्य सरकार के फैसले के बारे में सूचित करने का आग्रह किया गया है ।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि यह आग्रह किया गया कि वे हमें केंद्रीय विदेश एवं खेल मंत्रालयों के सचिवों को भेजे गए पत्र की प्रतियों सहित आगे की कार्यवाही के बारे में अवगत कराएं । लेकिन एसोसिएशन से अब तक कोई सूचना नहीं मिली है । उन्होंने कहा कि क्योंकि एशियाई एथलेटिक्स एसोसिएशन से कोई अनुकूल जवाब नहीं मिला है, मेरी सरकार किसी कीमत पर आयोजन को स्वीकार नहीं करेगी जिसमें श्रीलंका भी शामिल हो । तमिल भी इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे ।
जयललिता ने कहा कि तमिलनाडु सरकार राज्य के किसी भी हिस्से में आगामी खेल आयोजन को आयोजित नहीं करेगी तथा एसोसिएशन से इन्हें कहीं और आयोजित करने को कहा जाएगा ।
मुख्यमंत्री ने 2011 में सत्ता संभालने के बाद तमिलों के समर्थन में अपने द्वारा की गई कई पहलों को याद किया । उन्होंने तमिलनाडु विधानसभा में एक प्रस्ताव पराति कराए जाने की बात को भी याद दिलाया जिसमें भारत सरकार से श्रीलंका के खिलाफ तब तक आर्थिक प्रतिबंध लगाने को कहा गया था जब तक कि श्रीलंका में अल्पसंख्यक तमिलों को सिंहलियों के बराबर दर्जा नहीं मिल जाता । (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 21, 2013, 14:27