Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 16:16

भोपाल : लंदन ओलंपिक में रजत पदक लाने वाले पहलवान सुशील कुमार ने कहा है कि स्वर्ण के लिए हुए मुकाबले में जापानी पहलवान ने उन पर पहले ‘अटैक’ (हमला) कर दिया, लेकिन यदि वह इसकी पहल करते तो शायद विजेता होते और स्वर्ण पदक हमारा होता।
मध्यप्रदेश सरकार के शिखर खेल अलंकरण समारोह के लिए आज यहां आए सुशील कुमार ने टीटी नगर स्टेडियम पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, जापानी पहलवान से पहले यदि मैं उस पर अटैक कर देता, तो शायद विनर होता। उन्होने कहा कि कुश्ती, शक्ति के साथ-साथ दिमाग का खेल (माइंड गेम) है, इसमें प्रतिद्वंदी के दिमाग में क्या चल रहा है, यह पढ़ पाना बड़ा मुश्किल काम है। यह पूछने पर कि अपना वजन कम करने के लिए उन्होने जो प्रयास किए थे, उससे मुकाबले के दिन उनकी तबियत खराब थी, इसका परिणाम पर क्या कोई असर पड़ा था, उन्होने कहा कि तबियत खराब होने अथवा किसी अन्य बात का उन पर कोई दबाव नहीं था, उनके मन में बस, देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा था। बीजिंग ओलंपिक के बाद देश में सभी जानते थे कि लंदन में वह शीर्ष पदक हासिल कर सकते हैं, जिसके लिए उन्होने जी-जान से प्रयास किया।
मध्यप्रदेश में भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में कुश्ती सहित अन्य अनेक खेलों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं जुटाने के लिए राज्य सरकार की तारीफ करते हुए सुशील ने कहा कि ऐसी सुविधाएं देश में कहीं नहीं हैं। उन्हें उम्मीद है कि इन सुविधाओं के साथ बच्चों और युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण दिया, तो यहां से उच्च स्तरीय खिलाड़ी देश को मिल सकते हैं। उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खेल प्रेमी राजनेता बताते हुए कहा कि उन्होने आज सुबह ही उनसे वायदा किया है कि वह लंदन ओलंपिक के सभी छह पदक विजेताओं का शीघ्र सम्मान करने वाले हैं।
यह पूछने पर कि देश में एक खास अंचल हरियाणा और दिल्ली से ही बेहतरीन पहलवान क्यों आते हैं, उन्होने कहा कि वहां बचपन से ही बच्चों को अखाड़ों में पहुंचा दिया जाता है, वह स्वयं जब सातवीं कक्षा में थे, तब अपने गुरू सतपाल से कुश्ती सीखने चले गए थे। उन्होने कहा कि गुरू सतपाल पहलवान के सेंटर पर तो अब मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश सभी जगह से बच्चे कुश्ती सीखने आ रहे हैं।
सुशील ने मध्यप्रदेश के अच्छे पहलवानों में कृपाशंकर पटेल का नाम लेते हुए कहा कि उन्होने खुद उनसे बहुत कुछ सीखा है, वह अजरुन अवार्ड विजेता और एक नामी पहलवान हैं और अब भी इस खेल के लिए काफी कुछ कर रहे हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि अगले रियो ओलंपिक के लिए वह खूब मेहनत करेंगे और देश की जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि उसमें वह जापान के खिलाड़ी के आंसू निकाल देंगे। उन्होने शूटर अभिनव बिन्द्रा और मुक्केबाज विजेन्दर के लिए अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि दोनो बेहतरीन विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं, लेकिन लंदन ओलंपिक का वह दिन.. उनका दिन नहीं था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 16:16