टिम मे ने फिका अध्यक्ष का पद छोड़ा, ICC पर बरसे--`Tired` Tim May quits as FICA chief over ICC disillusionment following Siva appointment

टिम मे ने फिका अध्यक्ष का पद छोड़ा, ICC पर बरसे

टिम मे ने फिका अध्यक्ष का पद छोड़ा, ICC पर बरसेसिडनी : टिम मे ने आठ साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के संघ के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया । उन्होंने खेल में सत्ता के दलालों और उनकी कथित ‘ धमकियों, घुड़कियों और पर्दे के पीछे के सौदों’ पर जमकर भड़ास निकाली । भारत से दबाव के आरोपों के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की खिलाड़ियों की समिति से पिछले महीने विवादित ढंग से निकाले गए मे ने कहा कि वह आईसीसी से जूझते हुए थक चुके हैं ।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के महासंघ (फिका) का अध्यक्ष पद छोड़ते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ मैदान से भीतर और बाहर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की खबरें ही सुखिर्यों में है ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ खेल से जुड़े होने के कारण हम चाहते थे कि आईसीसी इन मसलों पर गौर करे ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ किसी भी संगठन के लिये जरूरी होता है कि उसके अगुवा दूसरों के लिये नैतिक और सैद्धांतिक आदर्श पेश करें और उपर से नीचे तक इन सिद्धांतों का अनुपालन सुनिश्चित कराये । लेकिन क्रिकेट में पारदर्शिता, जवाबदेही, स्वतंत्रता और खेल के हितों को बरकरार रखने के सिद्धांतों को धता बताया जा रहा है ।’’ मे ने कहा ,‘‘ व्यवस्था ऐसी हो गई है कि धमकियों, घुड़कियों और पर्दे के पीछे के सौदों के आधार पर काम हो रहा है ।’’

आस्ट्रेलिया के पूर्व आफ स्पिनर मे की जगह जब भारत के लक्ष्मण शिवरामकृष्णन को पिछले महीने आईसीसी क्रिकेट समिति में चुना गया तो फिका ने कहा था कि चुनाव में फिक्सिंग हुई है । इसने कहा कि मे और शिवरामकृष्णन के बीच चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए । कुछ राष्ट्रीय बोडरे पर शिवरामकृष्णन के पक्ष में मतदान के लिये दबाव डाला गया ।

आईसीसी क्रिकेट समिति अंपायरों के फैसले की समीक्षा समिति (डीआरएस) समेत कई मसलों पर सुझाव देती है । मे सभी श्रृंखलाओं में डीआरएस के इस्तेमाल पर लगातार जोर दे रहे थे । भारत इसका शुरू से विरोधी रहा है । मे ने टूरों के कार्यक्रम से लेकर वूल्फ रिपोर्ट तक सभी राष्ट्रीय क्रिकेट बोडरें को चुनौती दी थी । आईसीसी प्रशासन में बदलाव की कोशिश करती वूल्फ रिपोर्ट को भारत ने खारिज कर दिया था। मे के पद से हटने के फैसले पर आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क और पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने दुख जताया है।

क्लार्क ने कहा ,‘‘ एक खिलाड़ी के नजरिये से खेल पर उनका प्रभाव कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह सोचना भी मुश्किल है कि टिम मे के योगदान के बिना खिलाड़ी आज किस दशा में होते।’’ वहीं पोंटिंग ने कहा ,‘‘ उनकी वजह से खिलाड़ियों को आज खेल के राजस्व में से उचित हिस्सा मिल रहा है।’’ (एजेंसी)

First Published: Wednesday, June 5, 2013, 14:13

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