टीम इंडिया में शामिल होकर मानसिक मजबूती मिली: तिवारी

टीम इंडिया में शामिल होकर मानसिक मजबूती मिली: तिवारी

कैंडी : मनोज तिवारी को अपने कैरियर का पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने के बाद पूरी तरह फिट होने और चयन के लिए उपलब्ध रहने के बावजूद लगातार 14 वनडे में अंतिम एकादश से बाहर बैठना पड़ा लेकिन इस युवा बल्लेबाज का मानना है कि इससे उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनने में मदद मिली। तिवारी की मानसिक मजबूती का सबूत उनका आलराउंड प्रदर्शन है। उन्होंने टीम में वापसी करते ही मैच में चार विकेट चटकाए जबकि अगले मैच में अर्धशतक जड़ा।

श्रीलंका के खिलाफ कल यहां होने वाले भारत के एकमात्र टी20 मैच से पहले तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, जब आप भारतीय टीम का हिस्सा होते हो तो आपके अंदर मानसिक सुधार होना लाजमी है। आपके पास ऐसे सीनियर और सफल खिलाड़ी हैं जिनके साथ रहने से एक क्रिकेटर के रूप में सुधार करने में मदद मिलती है। उनके साथ बैठने से, उनके साथ यात्रा करने से, आप प्रत्येक दिन कुछ सीखते हैं। तिवारी ने कहा कि पिछले एक साल में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहने से वह परिपक्व हो गए हैं क्योंकि अब उन्होंने विभिन्न मैच स्थितियों से निपटने का तरीका और अपने खेल का विशलेषण करना भी सीख लिया है। (एजेंसी)

First Published: Monday, August 6, 2012, 19:56

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