टेस्ट क्रिकेट सीखने का नहीं, परफॉर्म करने का मंच है: गंभीर

टेस्ट क्रिकेट सीखने का नहीं, परफॉर्म करने का मंच है: गंभीर

टेस्ट क्रिकेट सीखने का नहीं, परफॉर्म करने का मंच है: गंभीरकोलकाता : भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कुछ भारतीय बल्लेबाजों के अपना विकेट देने के तरीके की आज काफी आलोचना की और उन्हें याद दिलाया कि ‘टेस्ट क्रिकेट सीखने का नहीं बल्कि प्रदर्शन करने का मंच है’।

गंभीर ने बल्लेबाजों की खराब फार्म पर कहा, ‘‘यह मंच (टेस्ट क्रिकेट) सीखने का नहीं बल्कि रन जुटाने के लिये है। लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम काफी अच्छी है और हमारा बल्लेबाजी लाइन अप भी स्तरीय है। यह सिर्फ शुरू में होता है। गंभीर ने टीम के कुछ युवा खिलाड़ियों पर भड़कते हुए कहा, मैं गैर अनुभवी मध्यक्रम के बारे में बात करना जारी नहीं रख सकता। भारत के लिये जो भी खेलता है, उस पर जिम्मेदारी होती है और उसे इस जिम्मेदारी को उठाना होता है, यह नहीं सोचना होता कि मैं सचमुच गैर अनुभवी हूं और मैंने अभी सात या 10 टेस्ट मैच खेले हैं।

उन्होंने कहा, जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हो तो आपको मैदान पर जाकर प्रदर्शन करना होता है। मेरे लिये जब भी आप देश का प्रतिनिधित्व करते हो, आपको रन जुटाने होते हैं।

गंभीर ने कहा कि उन्होंने और तेंदुलकर ने अच्छी शुरूआत की लेकिन उन्हें इसे बड़ी पारी में बदलना चाहिए था। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, किसी को अच्छी तरह क्रीज पर टिकना चाहिए। जब आप किसी मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलते हो तो इसमें आपकी परीक्षा होती है। गंभीर ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा, जो पहले ही दो शतक जड़ चुके हैं, को छोड़कर अन्य खिलाड़ी निरंतर रन नहीं जुटा पा रहे हैं।

उन्होंने कहा, हमारा बल्लेबाजी लाइन अप बेहतरीन है। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। पुजारा को छोड़कर हम लगातार बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहे हैं। गंभीर ने कहा, मुझे और सचिन को बड़ी पारी खेलनी चाहिए थी। अगर आप अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सकते तो आपकी टीम दबाव में आ जाती है और अगर आप अच्छी शुरूआत करते हो तो प्रतिद्वंद्वी टीम दबाव में आ जाती है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, December 5, 2012, 20:25

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