Last Updated: Tuesday, November 20, 2012, 20:08

मुंबई : पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने मंगलवार को कहा कि युवराज सिंह को क्रिकेट के टेस्ट प्रारूप में खुद को स्थापित करने के लिए ज्यादा ध्यान लगाने की जरूरत है। युवराज ने कैंसर से पूरी तरह से उबरने के बाद अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेला था।
सीनियर पत्रकार और स्तंभकार मार्कंड वायंगकर द्वारा युवराज पर लिखी किताब ‘युवी’ के लांच के मौके पर कपिल ने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि वह टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेले, जो उसका जुनून है। वनडे और ट्वेंटी-20 में देखें तो स्ट्रोक खेलने वाला दुनिया में उससे बेहतर कोई और खिलाड़ी नहीं है। लेकिन उसे टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित करने की जरूरत है। उसे इसके लिए ज्यादा ध्यान देना होगा।’
युवराज शुरुआती दिनों में पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर की अकादमी में खेलते थे। वेंगसरकर ने कहा कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने काफी टेस्ट मैच नहीं खेले हैं।
उन्होंने कहा,‘इतने वर्षों में उसने काफी टेस्ट मैच नहीं खेले हैं, जिससे मुझे बहुत बुरा लगता है।’ कपिल की अगुवाई वाली 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य और पूर्व कप्तान ने कहा,‘जब मैं चयनकर्ता बना था, तो मैंने सुनिश्चित किया था कि वह एक टेस्ट श्रृंखला खेले।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 20, 2012, 20:07