Last Updated: Wednesday, July 3, 2013, 12:26
ज़ी मीडिया ब्यूरोकिंग्सटन: एक दिवसीय त्रिकोणीय सीरीज के तीसरे मुकाबले में विश्वविजेता भारत को श्रीलंका ने 161 रनों से हरा दिया। टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवर में मात्र एक विकेट खोकर भारत के सामने 348 रन विशाल स्कोर खड़ा किया। जीत के लिए मिले 349 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 44.5 ओवर में 187 रन पर भरभार कर ढेर हो गई।
श्रीलंका की जीत में उपुल थरंगा और महेला जयवर्धने का अहम योगदान रहा। थरंगा 174 बनाकर नाबाद रहे। जयवर्धने ने शानदार 112 रन बनाए। एंजेलो मैथ्यूज 44 रन बनाकर नाबाद रहे। थरंगा और जयवर्धने के बीच पहले विकेट के लिए 213 रन की साझेदारी हुई। श्रीलंका का एक मात्र विकेट आर अश्विन ने लिया।
श्रीलंका के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद भारत की फाइनल में पहुंचने की राह मुश्किल हो गई है। भारत को फाइनल में जगह बनाने के लिए अगले मैच हर हाल में जीतने होंगे। हालांकि यह मैच जीतने के बाद भी फाइनल की राह आसान नहीं होगी क्योंकि फैसला रन रेट से होगा, जिसमें भारतीय टीम पिछड़ती दिख रही है। पहले मैच में टीम इण्डिया को वेस्टइंडीज ने एक विकेट से हरा दिया था। वेस्टइंडीज ने सीरीज के पहले मैच में श्रीलंका को भी करारी शिकस्त दी थी।
भारतीय टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने अच्छी शुरूआत की। भारतीय गेंदबाज विकेट को तरस गए। 39 वें ओवर में लंका का पहला विकेट गिरा जब अश्विन ने महेला जयवर्धने को उमेश यादव के हाथों कैच करवाया। जयवर्धने 112 गेंदों में 9 चौके और दो छक्के की मदद से 107 रन बनाकर आउट हुए।
पहले विकेट के लिए थरंगा और जयवर्धने के बीच 213 रन की साझेदारी हुई। जयवर्धने के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए मैथ्यूज ने थरंगा के साथ पारी को आगे बढ़ाया। इस बीच थरंगा ने 124 गेंदों में 11 चौके की मदद से अपना शतक पूरा किया। थरंगा 159 गेंदों में 19 चौके और तीन छक्के की मदद से 174 रन बनाकर नाबाद रहे। मैथ्यूज 29 गेंदों में चार चौके एक छक्के की मदद से 44 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत ने 23 रन अतिरिक्त दिए।
पहले मैच में चोटिल होने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सीरीज से बाहर हैं। धोनी की जगह विराट कोहली ने कप्तानी की। भारतीय टीम में दो बदलाव किए गए। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की जगह शमी अहमद को टीम में शामिल किया गया। मुरली विजय को भी टीम में जगह दी गई है। बतौर कप्तान कोहली फ्लॉप साबित हुए। मुरली विजय और शमी को टीम में शामिल करने का फैसला गलत साबित हुआ।
इस मैच में भारतीय टीम ने सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। अश्विन को छोड़ किसी गेंदबाज को विकेट नहीं मिला। शमी अहमद ने 10 ओवर में 68, उमेश यादव 8 ओवर में 65,इशांत शर्मा 9 ओवर में 68, रविन्द्र जडेजा ने 9 ओवर में 55, आर अश्विन 10 ओवर में 66, कप्तान विराट कोहली ने 2 ओवर में 9 और सुरेश रैना ने 2 ओवर में 10 रन दिए।
349 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत काफी खराब रही। 12 के स्कोर पर ही भारत का पहला विकेट गिर गया। कुलशेखरा ने रोहित शर्मा को मैथ्यूज के हाथों कैच करवाकर पहला झटका दिया। रोहित सिर्फ 5 रन बनाकर पवैलियन लौटे। भारत को दूसरा झटका शिखर धवन के रूप में लगा। हेराथ ने धवन को थरंगा के हाथों कैच करवाया। धवन ने 42 गेंदों में तीन चौके की मदद से 23 रन बनाए।
कप्तान विराट कोहली भी सस्ते में निपट गए। मैथ्यूज ने कोहली को मलिंगा के हाथों कैच करवाया। कोहली सिर्फ 2 रन बनाकर पवैलियन लौटे। लसिथ मलिंगा ने मुरली विजय को क्लीन बोल्ड कर चौथा झटका दिया। मुरली ने 46 गेंदों में 2 चौके की मदद से 30 रन बनाए। हेरथ ने दिनेश कार्तिक को अपना शिकार बनाया। कार्तिक ने 41 गेंदों में दो चौके की मदद से 22 रन बनाए।
भारतीय टीम को छठा झटका सुरेश रैना के रूप में लगा। रैना 33 गेंदों में चार चौके की मदद से 33 रन बनाकर आउट हुए। सेनानायके ने आर अश्विन को मलिंगा के हाथों कैच करवाकर सातवां झटका दिया। अश्विन सिर्फ चार रन ही बना पाए। भारत को आठवां झटका शमी अहमद के रूप में लगा। सेनानायके ने अहमद को क्लीन बोल्ड कर दिया। वह खाता भी नहीं खोल पाए। नौवां विकेट ईशांत शर्मा के रूप में गिरा। शर्मा 2 रन बनाकर आउट हुए। आखिरी विकेट उमेश यादव के रूप में गिरा। मलिंगा ने उन्हें क्लीन बोल्ड किया। रविन्द्र जडेजा 49 रन बनाकर नाबाद रहे।
First Published: Wednesday, July 3, 2013, 08:41