Last Updated: Wednesday, July 10, 2013, 09:12

पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद): सेल्कॉन मोबाइल कप त्रिकोणीय श्रृंखला का फाइनल भारत और श्रीलंका की टीमों के बीच खेला जाएगा। शुरुआत के अपने लगातार दो मैच गंवाने के बाद भारतीय टीम ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को क्वींस पार्क ओवल मैदान पर करो या मरो के मुकाबले में श्रीलंका को 81 रनों से हराते हुए तालिका में शीर्ष पर रहते हुए गुरुवार को होने वाले खिताबी मुकाबले में खेलने का अधिकार हासिल किया। बारिश से बाधित अंतिम लीग मैच का फैसला डकवर्थ-लेविस नियम के आधार पर हुआ। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 29 ओवरों में तीन विकेट पर 119 रन बनाए। भारत की ओर से रोहित शर्मा ने नाबाद 48 रन जोड़े जबकि कप्तान विराट कोहली के बल्ले से 31 रन निकले। यह मैच प्रति पारी 50 ओवरों का ही था लेकिन भारतीय पारी को लगातार बारिश के बाद 19 ओवरों तक ही सीमित करना पड़ा और फिर बारिश थमने के पश्चात डकवर्थ-लेविस नियम के आधार पर श्रीलंका को 26 ओवरों में 178 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला।
जवाब में खेलते हुए श्रीलंकाई टीम 24.4 ओवरों में 96 रन ही बना सकी। भारत की जीत के हीरो रहे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने आठ रन देकर चार विकेट लिए जबकि इशांत शर्मा और रवींद्र जडेजा ने दो-दो सफलता हासिल की। उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन को भी एक-एक सफलात मिली। कुमार को उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
किस्मत भारत के पक्ष में चल रही थी क्योंकि भारतीय पारी के दौरान जिस तरह बारिश ने आंख-मिचौली का खेल दिखाया, उसे देखते हुए यही लगा कि यह मैच या तो बुधवार तक के लिए खिंचेगा या फिर रद्द कर दिया जाएगा। बारिश यकायक जिस तरह तेजी से आई और लगातार बनी रही, उसे देखते हुए बुधवार को भी मैच के पूरा होने की आसार बनने की उम्मीद कम ही नजर आ रही थी।
मैच अगर रद्द होता तो दोनों टीमों को एक-एक अंक प्राप्त होता और बेहतर नेट रन रेट के आधार पर श्रीलंका तथा वेस्टइंडीज फाइनल में पहुंच गए होते। लीग स्तर की समाप्ति के बाद भारत ने श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली जीत से कुल एक-एक बोनस अंक की मदद से कुल 10 अंक जुटाए और टॉप पर रहा। श्रीलंका और वेस्टइंडीज के नौ-नौ अंक रहे लेकिन श्रीलंका का नेट रन रेट वेस्टइंडीज से बेहतर रहा और वह हार के बाद भी फाइनल में पहुंचने में सफल रहा।
भारत का साथ काफी हद तक किस्मत ने दिया और फिर आगे का काम गेंदबाजों ने किया। सलामी बल्लेबाज के तौर पर लगातार अच्छा खेल रहे रोहित की 83 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से खेली गई आकर्षक पारी के बाद भुवनेश्वर और उनके साथियों ने अपनी गेंदों के कमाल से श्रीलंका को लक्ष्य से 81 रनों दूर ढेर कर दिया।
दिनेश चांदीमल सबसे अधिक 26 रन बनाए जबकि भारत के खिलाफ पिछले मैच में एक विकेट पर 348 रन बनाने वाली श्रीलंकाई टीम के छह बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके। उपुल थरंगा (6), माहेला जयवर्धने (11), कुमार संगकारा (0), लाहिरी थिरिमान्ने (0) और कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (10) जैसे बल्लेबाज कुमार की गेंदों की तेजी और जडेजा की फिरकी में फंसकर अपना विकेट गंवा बैठे जबकि बाकियों का काम इशांत, यादव और अश्विन ने तमाम कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 10, 2013, 08:17