Last Updated: Tuesday, August 20, 2013, 12:34

लंदन: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विश्व के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ ने कहा है कि टेस्ट मैच क्रिकेट में `जीवन का संचार` करते हैं। द्रविड़ के मुताबिक टेस्ट मैचों को लगातार बढ़ावा देना बेहद जरूरी है क्योंकि इसी पर क्रिकेट का आधार टिका है जबकि क्रिकेट के नए स्वरूप खिलाड़ियों को समृद्ध बनाने के लिए जरूरी हैं। द्रविड़ ने यह बात एक वेबसाइट की 20वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को कही। द्रविड़ ने अपने व्याख्यान में प्रथम श्रेणी और टेस्ट मैचों को बनाए रखने पर जोर दिया और साथ ही साथ एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट को आमदनी के जरिए के रूप में अनिवार्य बताया।
द्रविड़ ने कहा कि टेस्ट मैच एक तरह से क्रिकेट रूपी वृक्ष का तना है और क्रिकेट के नए स्वरूप-ट्वेंटी-20 और एकदिवसीय इसकी डालियां हैं। एक पेड़ की डाली पर ही फल लगते हैं और इससे वृक्ष लगाने वाले या फिर बाग मालिक को फायदा होता है। तना असल में जीवन का संचार करता है क्योंकि इसी के माध्यम से डालियों को जीवन मिलता है। अगर आप तना को काटेंगे तो पेड़ गिर जाएगा और फल सूख जाएंगे और अगर दूसरी ओर अगर आप डालियों को काटेंगे तो फल सूख जाएंगे और तना बेजान दिखने लगेगा।
द्रविड़ ने कहा कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट सिर्फ इसलिए नहीं जरूरी है क्योंकि इससे खिलाड़ियों का आय बढ़ रही है और वे बेहतर तरीके से खेल में अपना ध्यान लगा पा रहे हैं बल्कि यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे क्रिकेट में नए शॉट्स सामने आ रहे हैं। इससे क्रिकेट में रचनात्मकता बढ़ रही है।
द्रविड़ ने कहा कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट फास्ट फूड की तरह है और टेस्ट मैच सलीके से बैठकर खाया जाने वाला पारंपरिक व्यंजन। जीवन में दोनों जरूरी हैं। ये दोनों एक दूसरे के साथ बने रह सकते हैं। इस सम्बंध में लगातार बहस चलती रहती है कि टेस्ट मैचों को ट्वेंटी-20 से खतरा है लेकिन यह जानना जरूरी है कि दोनों एक लिहाज से एक दूसरे के पूरक भी हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 20, 2013, 12:34