Last Updated: Wednesday, December 14, 2011, 12:26
नई दिल्ली : विवादास्पद डाउ केमिकल्स मसले पर भारतीय ओलंपिक संघ की आम सभा की अहम बैठक से एक दिन पहले इसके कार्यवाहक अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने कंपनी को 2012 के लंदन ओलंपिक के प्रायोजन से हटाने की मांग की।
आईओए की जीबीएम गुरुवार को होनी है जिसमें फैसला लिया जाएगा कि लंदन ओलंपिक के आयोजकों को डाउ केमिकल्स के ओलंपिक से जुड़ने पर भारत में हो रहे विरोध के बारे में कैसे सूचित किया जाए। मल्होत्रा ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि भारत ओलंपिक का बहिष्कार कर सकता है।
उन्होंने कहा, ओलंपिक प्यार, भाईचारे और पारदर्शिता के बारे में है जबकि डाउ कंपनी हजारों बेगुनाहों की मौत की जिम्मेदार है। ऐसी कंपनी ओलंपिक की प्रायोजक बने, यह अस्वीकार्य है। हम लंदन ओलंपिक के आयोजकों से अनुरोध करेंगे कि उसे प्रायोजन से हटा दिया जाए। उन्होंने कहा कि आईओए ने इस बारे में प्रधानमंत्री और खेलमंत्री को लिखा है।
मल्होत्रा ने कहा, मैने प्रधानमंत्री और खेलमंत्री को लिखा है कि इस बारे में वे क्या कार्रवाई कर रहे हैं। हम भी कार्रवाई करेंगे लेकिन मिल जुलकर कदम उठाना ठीक होगा। भोपाल में 1984 की गैस त्रासदी में 15000 से अधिक लोग मारे गए थे जब यूनियन कार्बाइड के संयंत्र से जहरीली गैस लीग हो गई थी। डाउ ने 2001 में यूनियन कार्बाइड को खरीदा।
लंदन खेलों की आयोजन समिति के प्रमुख सेबेस्टियन को ने डाउ के प्रायोजक बनने का बचाव करते हुए कहा था कि इसने भोपाल गैस त्रासदी के 17 साल बाद यूनियन कार्बाइड को खरीदा है और इसे त्रासदी के लिये कसूरवार नहीं ठहराया जा सकता।
आईओसी सदस्य रणधीर सिंह ने कहा था, लोगों की संवेदनाओं को अनदेखा नहीं किया जा सकता। हमने आईओसी को भारत में जारी विरोध के बारे में बताया है। इस बारे में अंतिम फैसला 15-16 दिसंबर को लिया जायेगा । जरूरत पड़ने पर हम आईओसी को लिखेंगे भी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 14, 2011, 17:56