Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 00:33

नई दिल्ली : देश-विदेश में काफी लोकप्रिय हो चुके इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से देश की सबसे बड़ी रीयल्टी कम्पनी डीएलएफ ने नाता तोड़ने की घोषणा की है। आईपीएल खिताब की प्रायोजक कम्पनी ने कहा है कि वह अब अन्य खेलों को बढ़ावा देगी। डीएलएफ ने प्रायोजक के रूप में अपने करार का नवीनीकरण नहीं कराया है।
आईपीएल से डीएलएफ का नाता पांच साल पुराना है। पिछले सप्ताह कंपनी ने हरियाणा के चार ओलिंपिक पदक विजेताओं को स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन ‘ऑडी-5’ भेंट किया है।
डीएलएफ समूह के कार्यकारी निदेशक राजीव तलवार ने कहा, हमने आईपीएल से नाता तोड़ने का फैसला किया है। पांच साल तक आईपीएल का प्रायोजक बनना एक रणनीतिक फैसला था, क्योंकि देशभर में हम अपने ब्रांड की पहचान कायम करना चाहते थे।
तलवार ने कहा कि कंपनी को अनुबंध का नवीकरण 28 जुलाई तक करना था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। कंपनी के पास ट्वेंटी-20 लीग के प्रायोजन के लिए पहले इनकार का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने पिछले पांच साल में आईपीएल पर 250 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। कंपनी खेलों को बढ़ावा देने में जुटी रहेगी। उन्होंने कहा, हम देश में एक बड़े प्लेटफार्म की तलाश में हैं। हम विभिन्न प्रकार के खेलों को प्रोत्साहन देना चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 00:33