डेफओलंपिक में भारत की भागीदारी का रास्ता साफ

डेफओलंपिक में भारत की भागीदारी का रास्ता साफ

नई दिल्ली : भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के समय पर किये गए हस्तक्षेप से देश का बुल्गारिया के सोफिया में डेफओलंपिक में भागीदारी का रास्ता साफ हो गया। दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच अंदरुनी कलह के कारण एथलीटों की इसमें भागीदारी अंसभव लग रही थी। यह एक और उदाहरण है कि भारत में राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) कैसे काम करती हैं क्योंकि प्रतिद्वंद्वी गुट तय तारीख पर प्रविष्टियां भेजने में असफल रहा जिससे बधिरों के लिये खेलों की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीएसडी) ने सीधे साइ से संपर्क किया।

आईसीएसडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क कूपर साइ के महानिदेशक जे थामसन और प्रतिद्वंद्वी महासंघों के अध्यक्षों से आपात बैठक करने के लिये दिल्ली आये ताकि दोनों गुटों के बीच लड़ाई को रोककर भारत की इस टूर्नामेंट में हिस्सेदारी का फार्मूला निकाला जा सके। 26 जुलाई से चार अगस्त तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 18 व्यक्तिगत स्पर्धाएं होंगी।

कूपर की उपस्थिति में अखिल भारतीय बधिर खेल परिषद (एआईएससीडी) के ईके जोस और राजीव शर्मा द्वारा हस्ताक्षर किए गए बयान में कहा गया, ‘हस्ताक्षर किए गए व्यक्तियों द्वारा स्वीकार किया जाता है कि हम साइ को टीम के चयन, टीमों की तैयारियों और भारतीय बधिर टीम (एथलीट, कोचों और सहयोगी स्टाफ) की बुल्गारिया के सोफिया में 26 जुलाई 2013 से 4 अगस्त 2013 तक होने वाले डेफ ओलंपिक 2013 (बधिरों के लिए ओलंपिक) में भागीदारी के लिये प्रविष्टियां भेजने के मामले पर मुख्य संस्था के रूप में स्वीकार करते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 23, 2013, 18:51

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